इलेक्ट्रिक गाड़‍ियों की बैटरी में क्‍या इस्‍तेमाल होता है:RBI की आय के स्रोत क्‍या हैं? क्‍या आप दे पाएंगे IAS प्रीलिम्‍स के सवालों के जवाब

by Carbonmedia
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UPSC ने 25 मई को हुई सिविल सर्विस प्रीलिम्‍स 2025 परीक्षा के क्‍वेश्‍चन पेपर्स जारी कर दिए हैं। प्रीलिम्‍स के दोनों ही पेपर मल्टीपल चॉइस होते हैं। पेपर 1 के लिए कुल 2 घंटे का समय मिलता है जिसमें 80 सवाल थे। वहीं पेपर 2 में 100 सवाल पूछे गए थे। जो स्‍टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर क्‍वेश्‍चन पेपर डाउनलोड कर सकते हैं। क्‍वेश्‍चन पेपर में सवाल शामिल हैं कि इलेक्ट्रिक गाड़‍ियों की बैटरी में क्‍या इस्‍तेमाल होता है और RBI की आय के स्रोत क्‍या हैं। सिविल सर्विस एग्‍जाम की तैयारी कर रहे स्‍टूडेंट्स भी एग्‍जाम के पेपर डाउनलोड कर प्रैक्टिस कर सकते हैं। पेपर 1 डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें पेपर 2 डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें साइंस के ज्यादातर सवाल करेंट अफेयर्स बेस्ड थे पेपर 1 में साइंस के कुल 14 और एनवायर्नमेंट एंड इकोलॉजी के 15 सवाल पूछे गए थे। साइंस में करेंट अफेयर्स और जनरल साइंस के मिले-जुले सवाल आए जिसमें स्पेस, एनर्जी, टेक्नोलॉजी, AI और डिफेंस टेक्नोलॉजी से जुड़े सवाल आए थे। ज्यादातर सवाल फैक्ट्स बेस्ड पूछे गए थे। जिन स्टूडेंट्स को साइंस के कॉन्सेप्ट्स नहीं पता है लेकिन उन्होंने करेंट अफेयर्स अच्छे से पढ़े हैं वो भी इन सवालों के जवाब दे सकते हैं। एनवायर्नमेंट और इकोलॉजी के सवाल पिछले सालों की ही तरह क्लाइमेट चेंज, पॉल्यूशन और बॉयोडायवर्सिटी से जुड़े थे। इसमें सवाल कॉन्सेप्ट और करेंट अफेयर्स दोनों से पूछे गए। जिन स्टूडेंट्स ने फाउंडेशन क्लासेज में अच्छी तरह पढ़ाई की है और करेंट अफेयर्स पर ध्यान दिया है उनके लिए ये आसान रहा होगा। पॉलिटी का सेक्शन आसान रहा पॉलिटी के सेक्शन में भारतीय कॉन्स्टीट्यूशन और कुछ सवाल हाल ही में हुए बदलावों से जुड़े थे। इस साल का पॉलिटी का सेक्शन बाकी सालों के मुकाबले आसान था। ज्यादातर सवाल बेसिक और डायरेक्ट थे। संविधान और NCERT को लेकर जिन्हें बेसिक क्लैरिटी होगी वो इन्हें आसानी से सॉल्व कर सकते हैं। CSAT सबसे मुश्किल, कट-ऑफ नीचे आएगी CSAT पिछले साल के मुकाबले मुश्किल था। परम्यूटेशन्स एंड कॉम्बिनेशंस जैसे रूटीन टॉपिक से बहुत कम सवाल पूछे गए। रीडिंग कॉम्प्रीहेंशन और एरिथमैटिक सेक्शंस ट्रिकी और टाइम कंज्यूमिंग थे। मैथ्स लेंदी था जिसमें एक-एक सवाल पर लंबा वक्त लगाना पड़ रहा था। इस पेपर से GS की कट-ऑफ नीचे आएगी। नंबर सिस्टम और फिलॉसोफिकल पैसेज जैसे टॉपिक्स जिन एस्पिरेंट्स ने अच्छी तरह तैयार किए हैं उन्होंने इस सेक्शन में अच्छा परफॉर्म किया होगा। ऐसा लगा कि UPSC इस बार ऐसे एस्पिरेंट्स को चाहता है जिनकी जनरल एप्टिट्यूड और मैथेमैटिकल स्किल्स अच्छी हों। पेपर मुश्किल जरूर था लेकिन अच्छी तैयारी वाले लोगों ने इसे सॉल्व कर लिया होगा। ————– ये खबरें भी पढ़ें… देश की पहली महिला CJI बनेंगी जस्टिस बी वी नागरत्‍ना: कोर्ट्स ऑफ इंडिया का कन्‍नड़ अनुवाद किया, पिता भी CJI रहे; जानें कंप्‍लीट प्रोफाइल जस्टिस बी वी नागरत्‍ना सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम में शामिल होने वाली पहली महिला जज बन गई हैं। 23 मई को जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका के रिटायरमेंट के चलते 25 मई को जस्टिस नागरत्‍ना सुप्रीम कोर्ट की 5वीं सबसे सीनियर जज बन गईं। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम में 5 सबसे सीनियर जज ही रहते हैं, जिसमें CJI यानी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया भी शामिल होते हैं। पूरी खबर पढ़ें…

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