करनाल में नहर किनारे मिली लापता युवक की बाइक:साथ में शराब पार्टी करने वाले दोस्त भी गायब, तलाश में जुटे गोताखोर

by Carbonmedia
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करनाल जिले के रामनगर इलाके से संदिग्ध हालात में लापता हुए युवक की बाइक डबरी नहर के किनारे लावारिस हालत में मिली है। शराब पार्टी के बाद युवक अपने दोस्तों के साथ लापता है। पुलिस व गोताखोर उसकी व उसके दोस्तों की तलाश में जुटे है। युवक की पहचान 22 वर्षीय ललित के रूप में हुई है, जो PVC का काम करता था, जो कि 28 मई की शाम से लापता है। शराब पार्टी करने आया था नहर पर जानकारी के अनुसार ललित अपने पांच दोस्तों के साथ नहर पर गया था और उसके बाद से उसका कोई सुराग नहीं मिला है। वह किसी दोस्त की बाइक लेकर गया था, जो आज डबरी गांव के पास नहर किनारे लावारिस हालत में मिली है। घटना के बाद से ललित समेत उसके पांचों दोस्त भी लापता हैं और सभी के मोबाइल स्विच ऑफ आ रहे हैं। पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंच गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक न तो युवक मिला है और न ही उसके साथ गए बाकी तीन दोस्त। मां का फोन आने पर हरकत में आए गोताखोर गोताखोर प्रगट सिंह ने बताया कि ललित की मां ने उन्हें फोन करके जानकारी दी। वह फोन पर लगातार रो रही थी और बताया कि उनके पति पहले ही केदारनाथ त्रासदी में जान गंवा चुके हैं और अब ललित ही उनका इकलौता सहारा था। बेटे की बाइक नहर किनारे मिली है और वह 28 मई से लापता है। इसके बाद गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। वहां जानकारी मिली कि ललित अपने पांच दोस्तों के साथ नहर पर गया था और चारों ही अब लापता हैं। 29 मई को सभी दोस्तों के मोबाइल ऑन थे, लेकिन इसके बाद सबके नंबर बंद हो गए। किसी एक दोस्त ने दी डूबने की सूचना परिजनों के अनुसार ललित के दोस्तों में से किसी एक ने घर पर कॉल कर बताया था कि वे सब नहा रहे थे और इस दौरान ललित डूब गया। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वे किस जगह पर नहा रहे थे और कौन सा पुल था। ऐसे में गोताखोरों को सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही। गोताखोर प्रगट सिंह का कहना है कि यह भी जांच का विषय है कि सभी दोस्त नहर में हैं या फिर कहीं बाहर छिपे हुए हैं। परिवार और गोताखोरों की यही दुआ है कि ललित सही-सलामत हो और अगर किसी वजह से वह खुद सामने नहीं आ रहा, तो जल्द सामने आए और बताए कि वह कहां है। दोस्त ने बताई आखिरी मुलाकात की कहानी ललित के दोस्त मनोज ने बताया कि वह घरौंडा का रहने वाला है और करनाल में काम करता है। ललित मंगलवार को उसके पास आया था और कहा था कि उसे काम पर जाना है, इसलिए बाइक दे दो। उसने बाइक दे दी और बुधवार तक लौटाने के लिए कहा। मंगलवार को ही ललित बाइक लेकर चला गया और उसे अपने मामा के घर बजीदा गांव में छोड़ आया। एटीएम पिन बनाने में मदद मांगी इसके बाद बुधवार शाम साढ़े 4 बजे मनोज ने ललित को कॉल किया और ललित ने उसे अपने घर की पिछली साइड में बुलाया। वहां से वह नहर पर पहुंचा और ललित से एटीएम पिन बनाने में मदद मांगी। दोनों एटीएम बूथ गए, लेकिन पिन नहीं बना। इसके बाद दोबारा नहर पर लौट आए। वहां ललित के पांच और दोस्त थे। जिनमें से तीन के नाम पता है जिसमें- साहिल, भरत और मिट्ठू है, वे शराब पार्टी कर रहे थे। मिलने की बात बोलकर नहीं आया ललित ने उन्हें पानी की बोतलें दी और फिर उनके पास बैठ गया। मनोज उसे बुलाता रहा, आधा घंटा इंतजार किया, लेकिन जब ललित नहीं आया, तो वह घर लौट गया। शाम साढ़े 6 बजे ललित ने उसे कॉल करके कहा कि वह 10 मिनट में उसके पास आएगा, लेकिन रात 8 बजे तक वह नहीं पहुंचा। इसके बाद उसके फोन समेत सभी दोस्तों के फोन बंद आने लगे। युवकों की तलाश में जुटी पुलिस ललित के परिवार में उसकी मां, बहन और दादी हैं। पिता की मौत पहले ही केदारनाथ त्रासदी में हो चुकी है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने खुद गोताखोरों को कॉल कर सर्च ऑपरेशन शुरू करवाया। करनाल थाना रामनगर के जांच अधिकारी गुरजीत सिंह का कहना है कि युवक की बाइक नहर किनारे मिली है और वह अपने पांच दोस्तों के साथ था, सभी के मोबाइल बंद हैं। नहर में सर्च जारी मौके पर गोताखोरों की टीम मौजूद है और नहर में सर्च जारी है। परिवार से भी लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि ललित और बाकी युवकों के बारे में और जानकारी जुटाई जा सके। जांच के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी कि ललित वास्तव में डूबा है या फिर मामला कुछ और है। परिवार की उम्मीदें अब भी जिंदा हैं कि उनका बेटा सही-सलामत लौट आए।

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