भास्कर न्यूज | जालंधर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 34 करोड़ रुपए की लागत से काला संघिया ड्रेन को पक्का किया जा रहा है। अब इसका काम अंतिम चरण में है। इसी साल ये काम पूरा होगा। फिर इसमें सतलुज का 200 क्यूसिक पानी रिलीज किया जाएगा। यहां पर जो पानी छोड़ा जाएगा, वो काली बेईं के जरीए दोबारा सतलुज में जाएगा। लेकिन इस कार्य में दिक्कत आ गई है। सिटी में शहीद भगत सिंह कॉलोनी के बाहर जो काला संघिया ड्रेन के ऊपर नेशनल हाईवे पर कंक्रीट की पुली तैयार की गई है, वो 4 फीट ऊंची है। ड्रेन में पानी छोड़े जाने पर हाइवे के किनारे की कॉलोनियों में पानी जाने का अंदेशा है। शुक्रवार को काला संघिया ड्रेन का दौरा करके राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पूरे मामले की जानकारी ली है। शनिवार को उन्होंने बताया कि पुली का लेवल ठीक करने से ही पानी का बहाव ठीक होगा। राज्यसभा सांसद और पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर पानी की निकासी के लिए बनाई जा रही पुलियों के गलत डिजाइन से दिक्कत है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। संत सीचेवाल ने आज एनएच-44 पर बनी शहीद भगत सिंह कालोनी के सामने की पुलिया की ऊंचाई ड्रेन के स्तर से 4 फीट ज्यादा होने पर नाराजगी जताई। मौके पर एनएचएआई के अधिकारियों को अमृतसर-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुलाया गया था। संत सीचेवाल ने कहा कि अनुभवी इंजीनियरों के बावजूद तकनीकी दिक्कत पैदा करने वाली योजनाबंदी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पुलिया का गलत डिजाइन बनाना विकास नहीं, लोगों को तकलीफ देना है। ड्रेन विभाग ने एनएचएआई को पांच पत्र लिखे, लेकिन किसी का जवाब नहीं मिला पंजाब ड्रेन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने सितंबर 2023 से अब तक एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को पांच पत्र लिखे हैं, लेकिन किसी का जवाब नहीं मिला। दूसरी तरफ मौके पर पाया गया कि काला संघिया ड्रेन के किनारे पक्के करने का काम बुलंदपुर से आरंभ होता है। ये ड्रेन राओवाली इंडस्ट्री जोन, रंधावा मसंदां, गदईपुर, श्री गुरु अमरदास नगर जैसे इलाकों से गुजरकर सेठ हुकम चंद कॉलोनी, बस्ती क्षेत्र से होकर काला संघिया में जाकर पूर होती है। सिटी में ये 14 किलोमीटर लंबाई में बहती है। अभी लेदर कॉम्प्लेक्स के पास पक्की करने का काम बाकी है। जबकि बुलंदपुर से लेदर कॉप्लेक्स तक निर्माण हो चुका है। फिलहाल इसमें सीवरेज के गिरने की समस्या भी है। अभी सीवरेज का पानी पूरी तरह से रोकने का काम चल रहा है तो हाइवे पर शहीद भगत सिंह कालोनी के सामने इस ड्रेन पर बन पुलिया पानी के बहाव में रुकावट बन गई है। ये दिक्कत अब हाईवे की पुली में मिट्टी की खुदाई करके, लेवल सही करने के बाद ही हल होगी। ये लंबा प्रोसेस है। सारा प्रोसीजर पूरी करने के बाद पुली के ऊपर पुल बने में कई हफ्ते लगेंगे।
काला संघिया ड्रेन में 200 क्यूसिक पानी छोड़ने में बड़ी दिक्कत, हाईवे पर 4 फीट ऊंची बना दी पुली
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