कैथल जिले के सजूमा गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। जन स्वास्थ्य विभाग को पेयजल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 14 करोड़ रुपए का बजट मिला था, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से यह राशि सही जगह खर्च नहीं की गई। आरटीआई से जुटाई जानकारी सजुमा गांव के सतीश सैनी ने आरटीआई के जरिए इस मामले की जानकारी जुटाई। उन्होंने बताया कि आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरी राशि सुविधाओं पर खर्च नहीं की गई। अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहर का पानी जलघर तक नहीं पहुंच पा रहा है। वर्तमान में पीने के लिए केवल भूमिगत बोर के पानी की आपूर्ति की जा रही है। अधिकारियों की जांच की मांग ग्रामीणों ने जलघर में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। उनका कहना है कि इतनी बड़ी राशि का सही उपयोग किया जाता, तो गांव में पानी की समस्या नहीं होती। ग्रामीणों ने सरकार से अधिकारियों की जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार नागरिक सुविधाओं के लिए बड़ा बजट देती है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से यह राशि बेकार जाती है।
कैथल के सजूमा गांव में पेयजल संकट:ग्रामीणों का प्रदर्शन, बोले-14 करोड़ का बजट मिलने के बाद भी पानी नहीं
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