गुरमीत लूथरा | अमृतसर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी द्वारा एमपीए तबला की डिग्री मौजूदा सैशन से बंद करने का मामला श्री अकाल तख्त साहिब पहुंच गया है। स्टूडेंट जर्मन सिंह एवं प्रोफेसर सिद्धार्थ मल्होत्रा के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी के शिष्टमंडल ने सुबह 11.30 बजे श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय पहुंचकर जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज के नाम पर पीए जत्थेदार बगीचा सिंह को ज्ञापन सौंपा। जत्थेदार गड़गज्ज से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील भी की गई है। शिष्टमंडल ने कहा कि जीएनडीयू के संगीत विभाग ने एमपीए म्यूजिक-तबला की डिग्री की शिक्षा प्रदान करने को इस साल से बंद कर दिया है। इससे गुरबाणी से जुड़कर तबला सीखने के इच्छुक विद्यार्थियों के मन को ठेस पहुंची है। इस डिग्री को बंद करने से गुरबाणी संगीत के प्रचार और प्रसार पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। गुरु नानक देव जी के नाम पर निर्मित इस महान विश्वविद्यालय के विभागों से ऐसे फैसले लेने की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। इस निर्णय से गुरबाणी के प्रचार-प्रसार में बाधा पैदा हो गई है। अगर जीएनडीयू प्रबंधन ने इसे गंभीरता से न लेते हुए फिर से शुरू नहीं किया तो इसका खामियाजा हमारी आगामी पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने जत्थेदार से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए जीएनडीयू प्रबंधन को तबला सीखने संबंधी डिग्री को दोबारा से शुरू करने को लेकर बातचीत करने की अपील की है।
जीएनडीयू ने एमपीए तबला की डिग्री की बंद, मामला पहुंचा श्री अकाल तख्त
8
previous post