जालंधर| इनोसेंट हार्ट्स लोहारां कैंपस में टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन पर एजुकेशन कॉन्क्लेव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्रभर से शिक्षाविद, विचारक व प्रोफेशनल्स एकत्रित हुए तथा उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उभरती तकनीकों के एकीकरण पर विचार-विमर्श किया। इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप की सीएसआर डायरेक्टर डॉ पलक गुप्ता बौरी ने स्वर्गीय कमलेश बौरी के विजन को साझा किया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि राजेश कुमार गुप्ता (रीजनल ऑफिसर चंडीगढ़) रहे। टेक ऑफ युगास थीम पर आधारित एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें युगों के दौरान टेक्नोलॉजी के विकास को रचनात्मक रूप से प्रदर्शित किया गया। मुख्यातिथि ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए आग्रह किया कि वे डिजिटल दुनिया के गुलाम न बनें, बल्कि इसका नैतिक रूप से उपयोग करके शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाएं। डॉ. दीपा डोगरा ने नवाचार और रचनात्मकता के लिए एआई पर चर्चा की। डॉ. हरमीत कौर वड़ैच ने शिक्षक प्रशिक्षण और व्यावसायिक विकास में आई की खोज की। डॉ. आभा अरोड़ा ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा में एआई की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्तिक गोयल ने एसटीईएम शिक्षा में एआई के महत्व पर ज़ोर दिया। परमजीत कौर ढिल्लों ने भविष्य के लिए टेक्नोलॉजी पर बात की। अक्षय आहूजा ने एआई और रोजगार परकता पर चर्चा की। अजय जैन ने शिक्षा में वीआर के साथ सत्र का समापन किया। पैनल चर्चाएं शिक्षा में एआई का प्रतिरोध कैसे दूर करें पर केंद्रित थीं। इस सत्र की मॉडरेटर डॉ. विनोदिता संख्यान थीं। पैनलिस्टों में डॉ. शीना सैमुअल, आरती दादा आभा अरोड़ा शामिल रहीं। इस सत्र के मॉडरेटर संतोष कुमार गौतम रहे और पैनलिस्टों में डॉ. हरमीत वड़ैच ,रितु पाठक, नेहा रतन शामिल हुई। चेयरमैन डॉ. अनूप बौरी और डॉ. चंदर बौरी ने मुख्यातिथि को सम्मान चिह्न भेंट किया।
टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन पर शिक्षा सम्मेलन कराया
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