Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स टीम ने दिल्ली में ड्रग्स सिंडिकेट को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नशीली दवाओं के इंटर स्टेट रैकेट का भंडाफोड़ किया है. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली, हिमाचल और यूपी के गोरखपुर में छापेमारी के बाद पांच कुख्यात ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई में 18 हजार ट्रामाडोल टैबलेट्स, 7380 ट्रामाडोल कैप्सूल, 7400 नाइट्राजेपम टैबलेटस बरामद की है, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है.
मास्टरमाइंड को किया अरेस्ट
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए इस बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में गिरफ्तार आरोपियों में मास्टरमाइंड सुनील कुमार भारद्वाज और अजीत उर्फ जीतू शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक एक आरोपी सुदर्शन को पहले 2021 में पंजाब पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया था. लेकिन जेल से छूटने के बाद वह फिर से नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल हो गया.
मामले में पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस द्वारा यह कार्रवाई एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में जांच को लेकर शुरू हुई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक पहले दिल्ली के नरेला के रहने वाले विकास नाम के एक आरोपी को 6720 ट्रामाडोल कैप्सूल के साथ पकड़ा गया. उसके बाद उसी की निशानदेही पर मेडिकल स्टोर मालिक सुदर्शन गन्नौर को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक सुदर्शन के दो मेडिकल स्टोर्स से 505 अल्प्राजोलम और 664 ट्रामाडोल कैप्सूल बरामद किए गए.
दिल्ली पुलिस के द्वारा मामले की जांच को आगे बढ़ते हुए पुलिस ने इस ड्रग्स सिंडिकेट के मास्टरमाइंड सुनील कुमार भारद्वाज को नरेला से गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह और सुदर्शन पिछले 6- 7 साल से पार्टनरशिप भी मेडिकल स्टोर चला रहे हैं. सुनील ने संगम विहार के अजीत को नशीले दवाओं का अड्डा बताया. अजीत के घर से भारी मात्रा में नशीली दवाएं दिल्ली पुलिस को बरामद हुई.
दिल्ली से गोरखपुर तक जुड़े थे सिंडिकेट के तार
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने खुलासा किया कि उन लोगों ने यह दवाई गोरखपुर के शिवम मेडिकोज के मालिक अंबर अग्रहरि और आगरा के विजय गोयल से खरीदी थी. पुलिस ने गोरखपुर में छापेमारी की लेकिन आरोपी अंबर वहां नहीं मिला. इसके बाद पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर दिल्ली के पहाड़गंज एक होटल से 1 लाख 16 हजार कैश के साथ उसे गिरफ्तार किया गया. आरोपी अंबर ने बताया है कि वह अपने पार्टनर सुरेंद्रनाथ के साथ मिलकर गोरखपुर में फार्मास्यूटिकल कंपनियों से दवाई खरीदता था और ज्यादा फायदा कमाने के लिए ज्यादा रेट पर बेचता था. दवाएं बस के जरिए दिल्ली भेजी जाती थी.
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