नरेंद्र मोदी स्टेडियम में धोनी की टीम CSK का झंडा बैन? क्यों हो रहा बवाल, जानिए पूरा मामला

by Carbonmedia
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रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स ने इस सीजन अपने आखिरी मैच में गुजरात टाइटंस पर बड़ी जीत दर्ज की. पहले बल्लेबाजी करते हुए एमएस धोनी एंड टीम ने 230 रन बनाए, डेवाल्ड ब्रेविस ने 23 गेंदों में 57 रन बनाए. जवाब में गुजरात की पूरी टीम 147 रनों पर ढेर हो गई. इस मैच में एक फैन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्टेडियम के अंदर सीएसके के फ्लैग को ले जाने नहीं दिया जा रहा था.


फैंस को लग रहा था कि एमएस धोनी को वह बतौर खिलाड़ी आखिरी बार ग्राउंड पर देख रहे हों, वैसे भी धोनी जहां खेलते हैं उनके फैंस पहुंच ही जाते हैं. नरेंद्र मोदी स्टेडियम वैसे तो गुजरात का होम ग्राउंड है, लेकिन रविवार को पूरे पीले रंग में रंगा था. अधिकतर फैंस सीएसके की जर्सी में ही आए थे, लेकिन इस बीच एक आरोप लगाते हुए किए गए ट्वीट ने सबका ध्यान अपनी और खींचा.


एमएस धोनी एंड सीएसके फैन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “नरेंद्र मोदी स्टेडियम में सीएसके का झंडा ले जाने की अनुमति नहीं है.” देखते ही देखते ये ट्वीट वायरल हो गया. एक अन्य फैन ने इसी पोस्ट के जवाब में लिखा, “क्या होगा अगर घरेलू टीम के झंडों से ज़्यादा CSK के झंडे उनके अपने मैदान पर हों? हर जगह पीला रंग, यहां तक कि अवे ग्राउंड भी होम ग्राउंड जैसा लगता है. मुझे चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीटी भी नहीं ले जाने दी गई थी.”



💔 CSK flag not allowed inside ground
Narendra Modi Stadium 🏟️ 🙏


— Saravanan Hari 💛🦁🏏 ‏ (@CricSuperFan) May 25, 2025




सोशल मीडिया पर कई लोग इस दावे से हैरान हुए तो कई लोगों ने स्टेडियम की फोटो शेयर की, जिसमें फैंस सीएसके के झंडे को लहराते हुए दिख रहे हैं. 



… what is this then?

pic.twitter.com/Yumes50peY


— Vipin Tiwari (@Vipintiwari952) May 25, 2025




नरेंद्र मोदी स्टेडियम में IPL 2025 का फाइनल मैच और इससे पहले क्वालीफ़ायर 2 मुकाबला खेला जाएगा. चेन्नई सुपर किंग्स की बात करें तो टीम का प्रदर्शन सबसे खराब रहा. टीम ने 14 मैचों में से 10 मैच हारे, अंक तालिका में टीम सबसे नीचे पायदान पर रही.


आईपीएल से रिटायरमेंट पर क्या बोले एमएस धोनी


धोनी ने मैच के बाद कहा, “मेरे पास फैसला लेने के लिए 4-5 महीने हैं, इसमें कोई जल्दी नहीं है. मुझे अपने शरीर को फिट रखने की जरूरत है. अगर क्रिकेटर अपने प्रदर्शन के आधार पर संन्यास लेने लगें तो कुछ 22 साल की उम्र में ही संन्यास ले लेंगे. मैं रांची वापस जाऊंगा. बाइक राइड का आनंद लूंगा. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं संन्यास ले रहा हूं, यह भी नहीं कह रहा हूं कि मैं वापस आ रहा हूं. मेरे पास काफी समय है. इसके बारे में सोचूंगा और फिर फैसला करूंगा.”

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