पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर क्यों बरसाईं थीं ताबड़तोड़ गोलियां? गैंगस्टर गोली बराड़ ने 3 साल बाद किया खुलासा

by Carbonmedia
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Goldy Brar On Sidhu Moose Wala Murder: पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मई, 2022 में बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और उसके गैंग पर लगा. मूसेवाला पंजाब के मानसा जिले के अपने पैतृक गांव के पास अपनी गाड़ी से जा रहे थे और उनकी गाड़ी पर 100 से ज्यादा गोलियां चलाई गईं. इस मामले में 3 साल का वक्त बीतने के बाद गोल्डी बराड़ ने इस राज पर से पर्दा उठाया कि आखिर उसने मूसेवाला की हत्या क्यों कराई?
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में मर्डर के मुख्य आरोपी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ ने बताया कि उसने और उसके साथियों ने इस हत्या को कैसे अंजाम दिया और मूसेवाला का मर्डर क्यों कराया. बराड़ ने बीबीसी से कहा, ‘अपने अहंकार में आकर उसने (मूसेवाला) ने ऐसी गलतियां की थीं, जिन्हें माफ नहीं किया जा सकता था. हमारे पास उसे मारने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा था. उसे अपने किये का परिणाम भुगतना ही था. या तो वो रहता या हम. बस इतना ही है.’
गोल्डी बराड़ ने और क्या बताया?
उसने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई और सिद्धू मूसेवाला एक दूसरे के संपर्क में थे. मुझे नहीं पता इन दोनों को किसने मिलवाया और न मैंने कभी पूछा लेकिन ये दोनों बात करते थे. लॉरेंस की चापलूसी करने के लिए सिद्ध उसे गुड मॉर्निंग और गुड नाइट के मैसेज भेजा करता था.” गोल्डी बराड़ ने दावा किया है कि मूसेवाला से टेंशन पंजाब में कबड्डी टूर्नामेंट को लेकर शुरू हुई.
गोल्डी ने कहा, “वो एक ऐसा गांव है जहां से हमारे प्रतिद्वंद्वी आते हैं. वो हमारे प्रतिद्वंद्वियों को बढ़ावा दे रहा था. तभी लॉरेंस और कुछ और लोग उससे नाराज हो गए. उन्होंने सिद्धू मूसेवाला को धमकी थी और कहा कि वो उसे नहीं छोड़ेंगे.” बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बिश्नोई के सहयोगी और मध्यस्थ विक्की मिद्दुखेड़ा के हस्तक्षेप से तनाव कम हो गया था लेकिन अगस्त 2021 में मोहाली में मिद्दुखेड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
‘जब शालीनता से कोई बात नहीं सुनी जाती है तो गोली की आवाज ही सुनाई देती है’
बराड़ ने कहा, “सिद्धू की भूमिका सभी जानते थे, जांच कर रही पुलिस जानती थी, यहां तक ​​कि जांच कर रहे पत्रकार भी जानते थे. सिद्धू नेताओं और सत्ता में बैठे लोगों से मिला हुआ था. वह हमारे प्रतिद्वंद्वियों की मदद करने के लिए राजनीतिक ताकत, धन और अपने संसाधनों का इस्तेमाल कर रहा था. हम चाहते थे कि उसे उसके किए की सजा मिले. उस पर मामला दर्ज होना चाहिए था. उसे जेल जाना चाहिए था लेकिन किसी ने हमारी गुहार नहीं सुनी. इसलिए हमने इसे अपने ऊपर ले लिया. जब शालीनता से बात नहीं सुनी जाती है तो गोली की आवाज ही सुनाई देती है.”
बराड़ ने कहा, “कानून. न्याय. ऐसी कोई चीज नहीं है. केवल ताकतवर लोग ही न्याय पा सकते हैं, हमारे जैसे आम लोग नहीं. मैंने अपने भाई के लिए वही किया जो मुझे करना था. मुझे किसी भी तरह का कोई पछतावा नहीं है.”
कौन है गोल्डी बराड़?
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला गोल्डी बराड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है. कनाडा से एक्टिव बराड़ को आधिकारिक तौर पर सख्त गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है. इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए गैर-जमानती वारंट भी लंबित है.
बब्बर खालसा इंटरनेशनल से भी जुड़ा है गोल्डी बराड़
गृह मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन में कहा था कि बराड़ भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन के जरिए हाई ग्रेड के हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल एक नेटवर्क का हिस्सा है. मंत्रालय ने बैन ग्रुप बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ बराड़ के जुड़ाव का उल्लेख किया और उस पर टारगेटेड मर्डर, आतंकी मॉड्यूल की भर्ती और अन्य राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के जरिए पंजाब में शांति और कानून व्यवस्था को बाधित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया.
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