पानीपत जिले के गांव मनाना में शामलात भूमि की बोली एक बार फिर टल गई। लगातार तीसरी बार फिर रद्द होने का कारण गांव की सरपंच बनीं। तीसरी बार भी सरपंच ने ऐन मौके पर खुद को व्यस्त बताते हुए बोली न होने का पत्र जारी किया। जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला डीसी को दी है। जिसमें सरपंच मनाना व प्रशासन पंचायती राज की मिलीभगत से बार बार 240 एकड़ की बोली रद्द होने की शिकायत दी गई है। वहीं, स्थानीय अधिकारी भी सरपंच के बोली न होने देने की बात उच्च अधिकारियों को बता चुके हैं। सरपंच शामलात भूमि में पट्टा पर देना चाहतीं थीं बता दें कि सरपंच रेखा शर्मा ने एक पट्टा सूची तैयारी की थी। जिसमें सरपंच ने बड़ी गलती करते हुए गांव के एकमात्र खेल स्टेडियम को भी शामलात भूमि में दिखाकर पट्टा पर देने की तैयारी कर दी थी। जिसके बाद ग्रामीण हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे। हाईकोर्ट ने प्रशासन को मामले की जांच कर फैसला लेने को कहा। प्रशासन द्वारा सरपंच द्वारा बनाई गई पट्टा सूची को जांचा तो उसमें ये गड़बड़झाला पकड़ में आया और सरपंच की पट्टा सूची को रद्द कर नए आदेश जारी किए हैं। 2017 से 2023 तक जो पट्टा सूची पर बोली होती रही है, ग्रामीणों की सहमति से उसी सूची पर बोली होने के आदेश जारी हुए थे।
पानीपत के मनाना गांव में फिर नहीं हुई बोली:सरपंच की बनाई शामलात भूमि की पट्टा सूची रद्द हुई थी; तीसरी बार फिर बोलीं- मैं काम से बाहर हूं
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