यदि आप फार्मेसी की पढ़ाई करना चाहते हैं लेकिन पढ़ाई की फीस को लेकर चिंता में हैं, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. आज के समय में एजुकेशन लोन के जरिए आप अपने सपनों को साकार कर सकते हैं. चाहे बात बी.फार्मा हो या एम.फार्मा की, एजुकेशन लोन लेकर आप बिना आर्थिक बोझ के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं.
क्या होता है एजुकेशन लोन?
एजुकेशन लोन एक ऐसा कर्ज होता है, जिसे छात्र अपनी पढ़ाई के खर्चों को पूरा करने के लिए ले सकते हैं. इसमें कॉलेज की फीस, किताबें, हॉस्टल का खर्च, लैपटॉप जैसी जरूरी चीजें भी शामिल होती हैं. कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां इस लोन को आसान शर्तों पर देती हैं.
किन छात्रों को मिलता है लोन?
अगर आपने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में फार्मेसी कोर्स में एडमिशन लिया है, तो आप एजुकेशन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. कुछ बैंक एडमिशन के पहले भी प्री-अप्रूवल लोन की सुविधा देते हैं. आमतौर पर इसके लिए माता-पिता या अभिभावक को को-एप्लीकेंट बनाना होता है.
कितना लोन मिल सकता है?
एजुकेशन लोन की राशि उस कोर्स की फीस और खर्चों पर निर्भर करती है. फार्मेसी जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए बैंक 4 लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक का लोन देते हैं. विदेश में पढ़ाई के लिए ये राशि और भी ज्यादा हो सकती है.
लोन चुकाने के नियम
अच्छी बात यह है कि एजुकेशन लोन को आप अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद ही चुकाना शुरू करते हैं. इसे ‘मोरेटोरियम पीरियड’ कहते हैं, जो आमतौर पर कोर्स की अवधि + 6 महीने से 1 साल तक होता है. इस दौरान आप चाहें तो केवल ब्याज भर सकते हैं या पूरा भुगतान बाद में शुरू कर सकते हैं. बैंक लोन को EMI (मासिक किस्तों) में चुकाने की सुविधा देते हैं. समय पर किस्तें चुकाने से आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा बनता है, जिससे आगे होम लोन या कार लोन लेने में भी आसानी होती है.
दस्तावेज क्या लगेंगे?
- एडमिशन लेटर या कॉलेज से मिला ऑफर लेटर
- पिछली पढ़ाई के मार्कशीट
- पहचान और पते का प्रमाण
- इनकम प्रूफ (जरूरत अनुसार)
- पासपोर्ट साइज फोटो
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