CM Yogi in Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर के खाद कारखाना परिसर में आयोजित भव्य सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शिरकत की और 1200 नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया. यह आयोजन खास इसलिए भी रहा क्योंकि पहली बार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हर जोड़े पर खर्च की धनराशि बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है. यह देश-प्रदेश के लिए एक नई शुरुआत है.
सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीबों, बेटियों और उनके अभिभावकों के लिए वरदान बन चुकी है. यह योजना सिर्फ शादी का आयोजन नहीं, बल्कि बाल विवाह, दहेज प्रथा और बहुविवाह जैसी सामाजिक बुराइयों पर चोट है.
कन्याओं को मिलेगा सिंदूरदान-सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सरकार ईमानदारी से काम करती है, तो उसका असर हर गरीब, हर परिवार की जिंदगी पर साफ दिखता है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में देश और 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने यह बदलाव देखा है. इसके साथ ही सीएम योगी ने ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित होकर अब सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कन्याओं को मिलने वाले उपहार में सिंधौरा (सिंदूरदान) भी दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पहले जहां मात्र 20 हजार रुपये मिलते थे, वह भी केवल कुछ जातियों को, वहीं अब यह योजना सबके लिए है और अब 1 लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है. इसमें से 60 हजार रुपये बेटी के खाते में सीधे भेजे जाते हैं और बाकी का खर्च शादी के आयोजन, जेवर और घरेलू सामान में होता है.
प्रदेश की 6 करोड़ आबादी को गरीबी से बाहर निकाला गया
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी तक की जिम्मेदारी अब सरकार ने उठाई है. कन्या सुमंगला योजना के जरिए बेटियों को जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक पढ़ाई के लिए 25 हजार रुपये की सहायता मिलती है. यह योजना अब तक 24 लाख बेटियों को लाभ पहुंचा चुकी है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज हर गरीब को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. 10 करोड़ उज्ज्वला योजना के लाभार्थी, 4 करोड़ आवास योजना के लाभार्थी और 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल चुका है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की 6 करोड़ आबादी को बहुआयामी गरीबी से बाहर निकाला गया है.
सीएम योगी ने नवदंपतियों को उपहार भेंट किया
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंच से 11 नवदंपतियों को स्वयं उपहार भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि आज का आयोजन बेटियों को सम्मान देने और समाज में बदलाव लाने का एक सशक्त प्रयास है. उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना जाति, धर्म या मजहब नहीं देखती. जो भी जरूरतमंद है, वह पंजीकरण कराकर इस कार्यक्रम में भाग ले सकता है. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को इतना महत्वपूर्ण बताया कि उन्होंने लखनऊ के सारे कार्यक्रम रद्द कर यहां शिरकत की. कार्यक्रम में गोरखपुर के सांसद, विधायक, महापौर, एमएलसी, और कई जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी. इसका उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी में मदद करना है. योजना की राशि को पहले 35 हजार, फिर 51 हजार और अब 1 अप्रैल 2025 से 1 लाख रुपये कर दिया गया है. इसका सीधा लाभ प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों को मिल रहा है, जिससे उन्हें दहेज जैसी कुप्रथाओं से लड़ने में मदद मिल रही है.
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