वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में भारत को 11 मेडल:जैस्मिन, साक्षी और नुपुर ने जीता गोल्ड; 5 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज

by Carbonmedia
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कजाकिस्तान में संपन्न हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में भारतीय बॉक्सरों ने 11 मेडल जीता है। ओलिंपियन जैस्मिन लंबोरिया (57 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा) और नुपुर (80+ किग्रा) ने अपने-अपने वेट कैटगिरी में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा पांच बॉक्सरों ने सिल्वर और तीन बॉक्सरों ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। महिलाओं के 54 किग्रा फाइनल में दो बार की यूथ वर्ल्ड चैंपियन साक्षी ने अमेरिका की योसेलीन पेरेज को हराकर भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। उन्हें सभी जजों की ओर से सर्वसम्मत निर्णय मिला।
वहीं, पेरिस 2024 ओलिंपियन जैस्मिन लंबोरिया ने ब्राजील की दो बार की ओलिंपियन जुसीलन रोमेउ को 4-1 से हराया। जबकि भारतीय मुक्केबाज नुपुर ने कजाकिस्तान की येलदाना तालिपोवा को 5-0 से हराकर 80+ किग्रा वेट में गोल्ड मेडल जीता। मीनाक्षी सहित 5 बॉक्सरों को सिल्वर
मीनाक्षी सहित 5 बॉक्सरों को सिल्वर मेडल मिला। विमेंस के 48 किलो वेट के फाइनल में मीनाक्षी को कजाकिस्तान के बॉक्सर नजिम किजाइबाय से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। नजिम किजाइबाय ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
मीनाक्षी के अलावा मेन्स के 85Kg में जुगनू, 70Kg के हितेश गुलिया और अभिनाश जमावल को 65kg को सिल्वर मेडल मिले। वहीं, ओलिंपियन पूजा रानी ने विमेंस के 80kg में दूसरे स्थान पर रहीं।
जुगनू को कजाकिस्तान के बेकजाद नुरदाउलेटोव से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा जबकि पूजा रानी ऑस्ट्रेलिया की एसेटा फ्लिंट से 0-5 से हार मिली।
हितेश को ब्राजील के काइअन ओलिवेरा ने 5-0 से हराया, जबकि जमवाल को यूरी फाल्काओ के खिलाफ 3-2 के करीबी फैसले से हार झेलनी पड़ी। एक विमेंस और दो मेन्स बॉक्सर सेमीफाइनल में हारे
वहीं, संजू (महिला 60 किग्रा), निखिल दुबे (पुरुष 75 किग्रा) और नरेंद्र (पुरुष 90+ किग्रा) ने सेमीफाइनल तक पहुंचकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
भारत ने इस साल अप्रैल में ब्राजील में हुए पिछले वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में छह पदक जीते थे। उस समय भारतीय महिला मुक्केबाजों ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के कारण भाग नहीं लिया था।
मुक्केबाजों को इन दोनों प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग अंक मिलते हैं। शीर्ष रैंकिंग वाले मुक्केबाज नवंबर में नई दिल्ली में होने वाले वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगे। अस्ताना स्टेज में 31 देशों के 400 से अधिक मुक्केबाजों ने भाग लिया था, जिनमें कई ओलिंपियन भी शामिल थे। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए 20 सदस्यीय टीम भेजी थी। __________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… भारत की बर्मिंघम टेस्ट जीत के 5 फैक्टर्स: सिराज-आकाशदीप ने 17 विकेट लेकर पलटा मैच, कप्तान शुभमन ने 92 ओवर बैटिंग की भारत ने पांचवें दिन 7 विकेट लेकर इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट जीत लिया। टेस्ट इतिहास में पहली बार ही टीम को बर्मिंघम में जीत मिली। कप्तान शुभमन गिल ने दोनों पारियों में शतक लगाकर इस जीत की इबारत लिखी। उन्होंने मैच में करीब 92 ओवर बैटिंग कर 430 रन बनाए। पूरी खबर

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