भास्कर न्यूज| अमृतसर बाजार सिरकी बंदा स्थित शिवाला गंगाराम श्री रामचरितमानस पाठ में राम विवाह हुआ। मंदिर कमेटी और इलाके के सहयोग से गोस्वामी तुलसीदास मंदिर के धर्मपाल और उनकी टीम ने पाठ किया। जिसमें राम का विवाह माता सीता जी के साथ करवाया गया। पाठ दौरान धर्मपाल ने कहा कि राजा दशरथ की ओर से संतों की रक्षा के लिए राम और लक्ष्मण को भेजा था। इसी दौरान राजा जनक की ओर से अपनी पुत्री सीता का स्वयंवर रखा गया। जिसमें शिव जी के धनुष को उटाने वाले के साथ माता सीता का विवाह होना था। इसी दौरान प्रभु श्री राम ने शिव के धनुष को उठाकर तोड़ दिया और माता सीता का विवाह प्रभु से हो गया। कथा दौरान जैसे ही भगवान राम का विवाह माता सीता के साथ हुआ तो महिलाओं की ओर से भजन गाए गए।
श्री रामचरितमानस पाठ में श्रीराम विवाह का वर्णन
8
previous post