जालंधर| ऑर्गेनिक खेती को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए शहर के लोग 13 जुलाई को पदयात्रा करेंगे। युवा, इंडस्ट्री संचालक और चार्टेड एकाउंटेंट्स इस यात्रा में हिस्सा लेंगे। यात्रा सुबह नौ बजे शुरू होगी। जैविक खेती और रसायन मुक्त भोजन को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरणविद् गौरव त्यागी की ओर से बीते 26 जून को श्रीनगर से भारत अन्न शुद्धि पदयात्रा शुरू की गई थी। गौरव शनिवार यानी 12 जुलाई को देरशाम शहर पहुंच रहे हैं। यह पदयात्रा चार हजार किलोमीटर लंबी है, जो कन्याकुमारी तक जाएगी। इस दौरान गौरव जालंधर के किसानों से भी रूबरू होंगे। गौरव इस यात्रा के जरिए देशभर में किसानों और आम लोगों से मिल रहे हैं। वे पारंपरिक और पर्यावरण के अनुकूल खेती के तरीकों को बढ़ावा दे रहे हैं। साथ ही, रसायनिक खाद और कीटनाशकों के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उनका कहना है कि रसायनिक खेती से न केवल मिट्टी की गुणवत्ता खराब होती है, बल्कि यह स्वास्थ्य और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी नुकसानदायक है। शहर के चार्टेड एकाउंटेंट निरपेश गुप्ता ने बताया कि यह अभियान केंद्र सरकार की प्राकृतिक खेती और पोषण अभियान जैसी योजनाओं से भी जुड़ा हुआ है। इस पदयात्रा का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य, भोजन की शुद्धता और टिकाऊ खेती के महत्व के बारे में जागरूक करना है। दोआबा में जालंधर खेती में आधुनिक तकनीक वाला जिला है। यहां आलू, सब्जियां, फल, गेहूं, मक्का और चावल की पैदावार होती है। लेकिन यह सीमित है।
आर्गेनिक खेती को लेकर श्रीनगर से शुरू हुई चार हजार किमी. जागृति यात्रा में कल जालंधर के लोग लेंगे हिस्सा
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