राजस्थान विधानसभा में जारी मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे के बीच बुधवार (10 सितंबर) को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कांग्रेस पार्टी पर आक्रामक अंदाज में हमलावर होते दिखाई दिए. जब कांग्रेस पार्टी के विधायक नारेबाजी कर रहे थे तो सीएम भजनलाल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों में इतना दम नहीं है कि वह मेरी आवाज को रोक सकें.
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि ना पहले रोक सके थे और ना अब रोक सकते हैं. मुख्यमंत्री के तल्ख रवैये के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी बंद कर दी और वॉक आउट कर वापस चले गए.
सोलहवीं विधानसभा के चतुर्थ सत्र के दौरान सदन को संबोधित किया।इस सत्र के प्रारंभ से विपक्ष ने सदन की कार्यवाही में अकारण व्यवधान उत्पन्न कर लोकतांत्रिक परंपराओं एवं संसदीय मर्यादाओं का अपमान किया है। जनहित के मुद्दों पर चर्चा से बचना और सदन की कार्यवाही में बाधा डालना विपक्ष की… pic.twitter.com/8AjgVev1Mg
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) September 10, 2025
विपक्ष पर साधा निशाना
दरअसल, मानसून सत्र में बुधवार (10 सितंबर) को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सदन में कहा कि राजस्थान में अतिवृष्टि हुई है कांग्रेस के एक भी विधायक ने जनता के बीच जाकर किसी के भी आंसू पहुंचने का काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसा कर रहा है. राजस्थान की जनता से विपक्ष धोखा कर रहा है. तुष्टिकरण की बात कर रहा है.
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि यह सत्र इसलिए है ताकी जनता की समस्याओं को सदन में उठाया जा सके. विपक्ष की ताकत तब पता चलती है जब वह जनता की बात उठाता है, अब केवल विपक्ष खबरों में छपने के लिए ऐसा कर रहा है.
‘मेरी आवाज नहीं रोक पाएंगे’
उन्होंने का कि मेरी आवाज को नहीं रोक पाएंगे. पहले भी नहीं रोक पाए थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष लगातार सदन में व्यवधान डालने का काम कर रहा है. सदन में विपक्ष का व्यवहार एवं मर्यादित है और पूरे प्रदेश के जनता देख रही है. जब मुख्यमंत्री सदन में बोल रहे थे इस दौरान भी हंगामा जारी रहा.
सदन में जमकर हुआ हंगामा
विपक्ष की ओर से बुधवार को सुबह से ही सदन में हंगामा लगातार जारी रहा. सुबह नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विधायक आवास से लेकर विधानसभा की मुख्य गेट तक प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन विधानसभा में लगे सीसीटीवी कैमरों को लेकर किया गया था. उसके बाद सदन की कार्रवाई शुरू होते ही इसी मुद्दे को लेकर फिर से हंगामा शुरू हो गया. विपक्ष ने सरकार पर जासूसी के आरोप लगाए हैं.