जींद में उचाना के कसुहन गांव में आधुनिक कमांड एरिया विकास कार्यक्रम (MCAD) के तहत एक नया जल प्रबंधन मॉडल विकसित किया जाएगा। सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता डॉ. धर्मपाल मुवाल ने गुरुवार को गांव में आयोजित जन-संवाद बैठक में इस प्रोजेक्ट की जानकारी दी। यह प्रोजेक्ट एकीकृत जल प्रबंधन पर आधारित है। इसमें दो स्रोतों से पानी की आपूर्ति की जाएगी। पहला नहर का पानी और दूसरा उचाना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित जल। यह शोधित जल खेती के लिए पूरी तरह सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरपूर होगा। भूमिगत पाइपलाइन बिछाई जाएगी प्रोजेक्ट के तहत गांव की 2 हजार 482 एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। खुली नालियों की जगह भूमिगत पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इससे पानी की बर्बादी रुकेगी और हर खेत तक समान मात्रा में पानी पहुंचेगा। सहमति के बाद केंद्र सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव किसानों को 24 घंटे सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इससे उन्हें ट्यूबवेल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। बिजली और डीजल के खर्च में बचत होगी। सूक्ष्म-सिंचाई के उपयोग से फसल की उपज बढ़ेगी। किसानों की सहमति के बाद इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। यह मॉडल पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल बनेगा। किसानों ने पहल का किया स्वागत बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों को इस एकीकृत जल प्रबंधन प्रणाली और योजना की कार्यप्रणाली से अवगत कराना था, ताकि प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए एक सामूहिक समझ और सहमति बन सके। उपस्थित किसानों ने इस प्रगतिशील पहल का स्वागत किया और प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। किसानों की सहमति के बाद अब इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार के समक्ष मंजूरी हेतु प्रस्तुत करने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
उचाना को मिलेगा नया जल प्रबंधन मॉडल:अधिकारी बोले-भूमिगत पाइपलाइन बिछाई जाएगी, किसानों को मिलेगी 24 घंटे सिंचाई की सुविधा
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