कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद में मारकंडा नदी के टूटे तटबंध को बांधने प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। तटबंध आगे से टूटता जा रहा है। इस वजह से तटबंध को रिपेयर करने में काफी मुश्किल हो रही है। कल शाम 7 बजे तक करीब 20 फुट के तटबंध को बांध दिया गया था, मगर करीब 5 फुट का हिस्सा बकाया है। जानकारी के मुताबिक, मारकंडा नदी के पानी का बहाव काफी तेज है। इस वजह से बंध डालते ही पानी के साथ बह जा रहा है। पीछे से नदी का जलस्तर घटने से आज तटबंध रिपेयर होने की उम्मीद है, मगर तेज बहाव के कारण तटबंध के अगले हिस्से कमजोर हो चुके हैं। तेज बहाव के कारण जेसीबी भी मारकंडा में गिर गई। जलस्तर हुआ कम उधर शाहाबाद में मारकंडा नदी का जलस्तर कम हो गया है। अभी मारकंडा में करीब 14 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है। जलस्तर में गिरावट से नदी के साथ लगते गांव लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन पहले से घुसा पानी तबाही के निशान छोड़ गया है। 2 गांव में अब भी पानी शाहाबाद के 7 गांव कठवा, कलसाना, मलकपुर, गुमटी, पट्टी जामड़ा, तंगौर और मुगल माजरा में मारकंडा का पानी घुस था। इनमें कठवा और तंगौर में मारकंडा का पानी अभी भी खड़ा हैं। हालांकि 5 गांव में पानी अब खेतों तक सीमित है, मगर यहां नुकसान के अलावा कुछ नहीं बचा है।
कुरुक्षेत्र में टूटा तटबंध बना मुसीबत:बहाव में बह रहा अगला हिस्सा; मारकंडा का जलस्तर घटा; 2 गांव में अब भी पानी खड़ा
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