भिवानी में गो किसान समृद्धि ट्रस्ट ने हरियाणा सरकार और गोसेवा आयोग से एक अभिनव मांग उठाई। जिसका उद्देश्य प्रदेश की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान करना है। ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र सिंह गोदारा ने कहा कि एक अलग विभाग का गठन किया जाए जो प्रदेश भर की गोशालाओं में केंचुआ खाद प्लांट स्थापित करे और जैविक खाद स्प्रे का उत्पादन करें। महेंद्र सिंह गोदारा ने कहा कि यह पहल ना केवल गोशालाओं में उत्पन्न होने वाले गोबर और गोमूत्र का सदुपयोग करेगी बल्कि हजारों करोड़ रुपए की जैविक खाद का उत्पादन कर युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हरियाणा की गोशालाओं में बड़ी मात्रा में गोबर और गोमूत्र अक्सर अप्रयुक्त रह जाता है। यह ना केवल एक कचरे का प्रबंधन मुद्दा है, बल्कि एक बड़े अवसर की हानि भी है। सात घटक वाली गाय आधारित केंचुआ पद्धति की टिकाऊ खेती तकनीक है
उन्होंने कहा कि गो किसान समृद्धि ट्रस्ट की यह पहल इस चुनौती को एक अवसर में बदलने का सामर्थ्य रखती है। सात घटक वाली गाय आधारित केंचुआ पद्धति की टिकाऊ खेती तकनीक है तथा ट्रस्ट द्वारा गांव खावा में इसका प्रशिक्षण भी दिया जाता है, ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार की राह पर अग्रसर बनाकर प्रदेश व देश की आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सकें। गोदारा ने कहा कि केंचुआ खाद प्लांट गाय के गोबर को उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद में बदल देगा, जबकि गोमूत्र का उपयोग जैविक स्प्रे बनाने में किया जा सकता है। यह प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार इस मांग पर सकारात्मक विचार करती है और इसे अमलीजामा पहनाती है, तो हरियाणा देश भर के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण बन सकता है कि कैसे धार्मिक आस्था और आर्थिक प्रगति को एक साथ जोड़ा जा सकता है।
गो किसान समृद्धि ट्रस्ट की सरकार से मांग:अध्यक्ष बोले- केंचुआ खाद प्लांट स्थापित कर जैविक खाद स्प्रे का उत्पादन करें, बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा
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