Rajasthan News: जयपुर में लड़कियों के महारानी कॉलेज में तीन मजार को लेकर छिड़े विवाद में कलेक्टर द्वारा गठित जांच कमेटी ने सोमवार (7 जुलाई) को मौके का निरीक्षण किया. कमेटी के सभी छह सदस्य दोपहर को महारानी कॉलेज में उस जगह गए, जहां पर तीनों मजारें हैं. टीम ने कुछ देर तक इस जगह का निरीक्षण किया. इस दौरान वहां मीडिया समेत किसी अन्य को भी जाने की इजाजत नहीं दी गई.
टीम ने मजार की जगह की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराई है. टीम के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है. जांच टीम कल मंगलवार को अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप सकती है. जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही जिला कलेक्टर इस मामले में अपना फैसला लेंगे. मजार वाली जगह पर अब पुलिस का पहरा लगा दिया गया है और वहां किसी के भी आने जाने पर पाबंदी लगी हुई है. बारिश के सीजन में वहां ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी भीगने ना पाए, इसके लिए अस्थाई तौर पर टेंट लगा दिया गया है.
3 जुलाई को 6 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थीजयपुर के महारानी कॉलेज में तीन मजारों के विवाद में मामले के तूल पकड़ने के बाद जिला कलेक्टर ने 3 जुलाई को 6 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. कमेटी में प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया, राजस्थान यूनिवर्सिटी और महारानी कॉलेज से जुड़े लोगों को रखा गया था.
कमेटी में कौन-कौन?कमेटी में एसडीएम राजेश जाखड़, नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर डॉ प्रियव्रत चारण, एडीसीपी बालाराम जाट, ASI के सुपरिंटेंडेंट नीरज त्रिपाठी और राजस्थान यूनिवर्सिटी के सुभाष बैरवा को रखा गया था. इसके अलावा महारानी कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर पायल लोढ़ा नामित सदस्य बनाई गई थी. इस कमेटी को चार दिनों में अपनी रिपोर्ट तैयार कर उसे जिला कलेक्टर को सौंपने को कहा गया था.
जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लेगा फैसलाकमेटी सीसीटीवी फुटेज, कॉलेज के पूर्व कर्मचारी और वहां पढ़ाई कर रही छात्राओं के बयान व अन्य स्रोतों के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है. कमेटी के सदस्यों ने आज महारानी कॉलेज में प्रिंसिपल रूम में बैठक भी की. जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही जयपुर का प्रशासन मजार विवाद मामले में आगे कोई फैसला लेगा.
जयपुर गर्ल्स कॉलेज में मजार विवाद में जांच टीम ने किया निरीक्षण, किसी को जाने की इजाजत नहीं, पुलिस की तैनाती
3