गुरदासपुर जिला प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर में बादल फटने के कारण उज्ज दरिया में जलस्तर बढ़ने की आशंका को भांपकर रावी में 2 से ढाई लाख क्यूसेक पानी बढ़ने का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने गांव चक्क राम सहाय, मकौड़ा, आबादी चंडीगढ़, मराड़ा, बाला पिंडी, काहना, टांडा, ओगरा सहित 1 दर्जन से ज्यादा गांव खाली कराए। लोगों को गांव मराड़ा, झबकरा के स्कूलों में रात बितानी पड़ी। कुछ लोगों ने पूरी रात अपने घरों छतों पर गुजारी। शनिवार सुबह लोग अपने-अपने गांवों को लौट गए। वहीं, फाजिल्का जिले में भारत-पाकिस्तान सरहद से लगते गांव गुलाबा भैणी की ढाणी में हालात बेहद खराब हो गए हैं। यहां एनडीआरएफ टीमों ने मशक्कत के बाद 2 परिवारों के 12 लोगों को रेस्क्यू किया है। इधर, पटियाला में कामी खुर्द गांव के पास घग्गर नदी का किनारा टूटने से शनिवार तड़के 4 गांव कामी खुर्द, चमारू, जंड मंगौली और ऊंटसर में खेतों और घरों में पानी आ गया। शनिवार सुबह करीब 4 बजे जब पानी की आवाज सुनकर लोग उठे तो देखा कि सड़कों पर एड़ी तक पानी भर गया था। सुबह 7 बजे इन गांवों में लोगों के घरों के अंदर तक पानी चला गया। चारों गांव में धान की फसल भी पानी में डूब गई। जिला प्रशासन की टीमों ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया पंजाब के बाढ़ प्रभावित गांवों में पंजाब सरकार और विभिन्न संस्थाओं की ओर से लोगों के लिए राहत सामग्री लगातार भेजी जा रही है। बाढ़ प्रभावित जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, जबकि 24 घंटे के लिए मेडिकल-प्रशासनिक टीमें तैनात हैं। आप प्रदेशाध्यक्ष अमन अरोड़ा ने सुनाम से राशन के 11 ट्रक बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए रवाना किए। प्रशासनिक टीम के साथ मंत्री लाल चंद कटारूचक्क, डॉ. बलबीर सिंह ने भोआ के बमियाल क्षेत्र और नरोट जैमल सिंह के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और जायज लिया।
जलस्तर बढ़ने का अलर्ट…:दीनानगर में 12 गांव खाली कराए, फाजिल्का और पटियाला में कई घरों में घुसा पानी
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