झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में 3 दिन पहले रोहद गांव के पास महिला से गैंगरेप का मामला पुलिस जांच में झूठा निकला है। डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि महिला ने अपने पति की सहानुभूति पाने के लिए झूठ बोला था। उन्होंने बताया कि पहले दिन से ही महिला अपने बयान बदल रही थी। पहले उसने बताया था कि तीन युवकों ने उसके साथ गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया है। बाद में उसने अपने परिजनों के सामने पुलिस को बयान दिया है कि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ था। ऐसे में पुलिस ने अब महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बहादुरगढ़ के डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को उन्हें शिकायत मिली थी कि रोहद गांव के पास एक महिला से कथित तौर पर तीन युवकों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए। मामले की संगीनता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज की और आरोपियों की तलाश शुरू की गई। वहीं महिला का मेडिकल परीक्षण भी करवाया गया। लेकिन बाद में साफ हुआ कि महिला ने यह मनगढ़ंत कहानी बनाई थी। एक साल पहले किया था प्रेम विवाह डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि महिला ने करीब 1 साल पहले प्रेम विवाह किया था। उसका पति बहादुरगढ़ के रोहद नगर में स्थित एक फैक्ट्री में काम करता है। वह अपने रिश्ते को लेकर इनसिक्योर फील कर रही थी। इसी के चलते उसने गैंग रेप होने की मनघड़ंत कहानी बनाई और पुलिस को दौड़ाती रही। पुलिस ने फिलहाल एफआईआर कैंसिल कर दी है और गैंगरेप की झूठी कहानी बनाने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
झज्जर में महिला ने गैंग रेप की झूठी बनाई कहानी:पति की सिम्पैथी पाने के लिए बोला झूठ, बहादुरगढ में करता काम
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