झज्जर जिले के मुख्य स्टेडियम में पिछले दो महhने से लगातार बारिश का पानी भरा होने के कारण सैकड़ों खिलाड़ियों पर असर पड़ रहा है। स्टेडियम से पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण खिलाड़ियों ने स्टेडियम जाना छोड़ दिया है। विधायक गीता भुक्कल ने भी विधानसभा में आवाज उठाई और कहा कि जिस जिले में मनु भाकर जैसे खिलाड़ी हैं उनके स्टेडियम की हालत बद से बदतर होती जा रही है। जिसके कारण सैकड़ों खिलाड़ियों की प्रैक्टिस भी अटकी हुई है। सैकड़ों खिलाड़ी स्टेडियम की हालत खराब होने के कारण खेलना छोड़ गए और वहीं बैडमिंटन और जिम्नास्टिक के कोचों के ट्रांसफर के बाद 40 बच्चे बिना कोच के ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। फिलहाल स्टेडियम में पिछले दो महीने से बरसात का पानी भरा होने के कारण वहां पर बदबू आती है और खिलाड़ियों के बीमार होने का भी भय होने लगा है। रोजाना सैकड़ों खिलाड़ी स्टे यम में आते थे लेकिन बरसात का पानी भरा होने के कारण अब खेलने की जगह ही नहीं है। दूसरे गांव में दौड़ने जाते खिलाड़ी झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने विधानसभा सत्र के दौरान भी स्टेडियम को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि झज्जर का एकमात्र स्टेडियम महर्षि दयानंद स्टेडियम आज खस्ताहाल में है। मिट्टी के भरत के लिए वहां आज तक एस्टीमेट ही पास नहीं हो पाया है। स्टेडियम में बच्चों के खेलने ही नहीं बल्कि दौड़ लगाने की भी जगह नहीं बची है। बच्चों को दूसरे गांव के स्टेडियम और सड़कों पर दौड़ लगानी पड़ रही है। डीएसओ बोले एस्टीमेट भेजा जा चुका आधा मानसून जाने के बाद स्टेडियम से बरसात का पानी निकालने के लिए एक मोटर पंप खरीदा गया। जिससे स्टेडियम से पानी निकालने का काम किया जा रहा है। वहीं खेल अधिकारी ने बताया कि स्टेडियम में मिट्टी भरत की आवश्यकता है जिसके लिए एस्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है। जैसे ही एस्टीमेट पास होगा टेंडर के माध्यम से मिट्टी भरत का काम शुरू कर दिया जाएगा। वहीं डीएसओ ने कहा कि बास्केट बाल और लोंग टेनिस के लिए मैदान डी प्लान के तहत तैयार करवाया जाएगा। लोंग टेनिस, बास्केट बाल के लिए नहीं जगह स्टेडियम में मिट्टी भरत, बास्केट बाल और लोंग टेनिस के लिए तो जगह ही नहीं बची है दोनों खेलों के बनाया गया मैदान पूरी तरह खराब हो चुका है। जिसके कारण इस खेल में रुचि लेने वाले खिलाड़ी भी कम हो गए हैं। लोंग टेनिस के मैदान में भी पानी भरा रहता है। हलकी सी बरसात आते ही कई दिन तक पानी भरा रहता है। स्टेडियम की खस्ता हाल को लेकर विभाग की ओर से भेजा गया एस्टीमेट पास न होने के कारण दोबारा से विभाग की ओर से एस्टीमेट भेजा गया है।
झज्जर स्टेडियम खस्ताहाल, दो माह से भरा बरसाती पानी:सैकड़ों खिलाड़ियों की प्रैक्टिस अटकी, विधानसभा में विधायक ने उठाया मुद्दा
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