तीसरे टेस्ट में हार के बाद शुभमन गिल ने जो कहा वो हो गया वायरल, बता दिया क्यों हारी टीम इंडिया

by Carbonmedia
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भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने सोमवार को यहां लार्ड्स में तीसरे क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद कहा कि उन्हें टीम के प्रदर्शन पर गर्व है और मैच के अंतिम दिन टीम जीत को लेकर काफी आश्वस्त थी.
इंग्लैंड के 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने पर 58 रन तक चार विकेट गंवा दिए थे लेकिन गिल ने कहा कि लक्ष्य काफी बड़ा नहीं था और उन्हें सिर्फ एक अच्छी साझेदारी की जरूरत थी जो नहीं हो सकी.
गिल ने भारत की 22 रन की हार के बाद कहा, ‘‘बेहद गर्व है, टेस्ट क्रिकेट इससे अधिक करीबी नहीं हो सकता. आज सुबह काफी आश्वस्त थे, काफी बल्लेबाजी बाकी थी. हमें शीर्ष क्रम में कुछ साझेदारियों की जरूरत थी लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए. उन्होंने हमारे से बेहतर प्रदर्शन किया.’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘लेकिन उम्मीद हमेशा बनी रहती है. लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था, एक साझेदारी और मैच में वापसी. जड्डू (रविंद्र जडेजा) काफी अनुभवी हैं, उन्हें कोई संदेश नहीं दिया, बस यही चाहते थे कि वह और पुछल्ले बल्लेबाज खेलते रहें.’’
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 82 रन तक सात विकेट गंवा दिए थे लेकिन जडेजा (नाबाद 61 रन, 181 गेंद, चार चौके, एक छक्का) ने नितीश कुमार रेड्डी (13) के साथ आठवें विकेट के लिए 91 गेंद में 30, जसप्रीत बुमराह (05) के साथ नौवें विकेट के लिए 132 गेंद में 35 और सिराज के साथ अंतिम विकेट के लिए 80 गेंद में 23 रन की साझेदारी करके अप्रत्याशित जीत की उम्मीद जगाई थी लेकिन टीम को हार से नहीं बचा पाए.
ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट में स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खेलने को लेकर हालांकि गिल ने अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘आपको जल्द ही इस बारे में पता चल जाएगा.’’
गिल ने कहा कि पहली पारी में ऋषभ पंत का रन आउट होना बेहद महत्वपूर्ण क्षण था और अगर पहली पारी में बढ़त मिली तो वह काफी अहम साबित होती. पंत पहली पारी में 74 रन बनाकर काफी अच्छी लय में थे लेकिन इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के सटीक निशाने पर रन आउट हो गए.
गिल ने कहा, ‘‘पहली पारी में बढ़त हमारे लिए महत्वपूर्ण होती.’’ स्टोक्स ने भी स्वीकार किया कि पंत का रन आउट होना महत्वपूर्ण लम्हा था. उन्होंने कहा, ‘‘स्पैल के बीच में मैं काफी उत्साहित था. एक्स्ट्रा कवर पर क्षेत्ररक्षण करते हुए गेंद मेरे पास आई तो मैंने ऋषभ को हिचकिचाते हुए देखा. जब आप गेंद फेंकते हैं और जानते हैं कि वह स्टंप्स पर लगेगी तो यह एक बेहतरीन एहसास होता है.’’
स्टोक्स ने कहा कि कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद वह अब कुछ दिन आराम करन चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘दो बहुत अच्छी टीमें आमने-सामने हैं। झूठ नहीं बोलूंगा, चार दिन बिस्तर पर पड़े रहना चाहता हूं.’’
तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने आज से ठीक छह साल पहले 2019 में इसी लार्ड्स मैदान पर एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में सुपर ओवर फेंका था और चार साल से अधिक समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए सोमवार को उन्होंने 55 रन देकर तीन विकेट चटकाते हुए इंग्लैंड की जीत में एक बार फिर अहम भूमिका निभाई.
स्टोक्स ने कहा, ‘‘हां, यही एक वजह थी कि मैं आज सुबह मैंने जोफ (आर्चर) के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की.आज से छह साल पहले उसने अहम भूमिका निभाई थी और मुझे लग रहा था कि वह कुछ खास करेगा और मैच का रुख पलट देगा. थोड़ी चर्चा हुई, ब्राइडन (कार्स) का स्पैल कमाल का था लेकिन मुझे लग रहा था कि जोफ वापसी के अपने पहले मैच में कुछ खास करेगा. हर बार जब उसके नाम की घोषणा होती है तो मैदान में हलचल मच जाती है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कुछ बहुत ही बुरे दौर से गुजरा हूं, लेकिन अगर अपने देश को टेस्ट मैच में जीत दिलाने से आपको खुशी नहीं मिलती तो मुझे नहीं पता कि किस चीज से मिलती है. बशीर का आखिरी विकेट लेना तो मानो नियती थी. एक सच्चा योद्धा.’’
स्टोक्स ने मैच में अपनी भूमिका पर कहा, ‘‘जो दांव पर लगा था उसे लेकर कल मैं पूरी तरह से पस्त था, लेकिन मैच दांव पर था इसलिए मुझे कोई नहीं रोक सकता था. मैं एक ऑलराउंडर हूं, मुझे मैच को प्रभावित करने के चार मौके मिलते हैं और अगर एक भी चीज ठीक से काम नहीं करती… तो मैं और रन बनाना चाहता हूं, लेकिन आपके पास किसी भी चीज की चिंता करने का मौका नहीं है.’’

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