हरियाणा के नारनौल में अटेली कस्बा के धनुंदा रोड़ से शराब का ठेका हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोग अब भूख हड़ताल पर चले गए हैं। धरना शनिवार को 14वें दिन में पहुंचा। जिसमें महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने भाग लिया। 14 दिन का समय बीतने के बाद भी शराब का ठेका नहीं हटाया गया। इससे लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ जा रही है। प्रदर्शनकारी अब आंदोलन को तेज करने की तैयारी में हैं। धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि प्रशासन ने अगर जल्द कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इसके लिए शहरवासियों को जोडऩे की मुहिम तेज की गई है। प्रदर्शनकारी शहर की मुख्य सड़कों पर बैनर लेकर मार्च भी करेंगे। धरना स्थल पर शाम को लगातार बैठकें हो रही हैं। जब तक नहीं हटेगा, तब तक धरना रहेगा प्रदर्शनकारियों राकेश सैनी, मनीष वाल्मीकि, डा. राजेंद्र गौड़, वेद पटवारी, रामप्रसाद शास्त्री, मास्टर विजय पाल, सतवीर रिटायर प्राचार्य ने साफ कहा, जब तक शराब का ठेका नहीं हटेगा, वे धरने से नहीं हटेंगे। शहर के सभी वार्ड पार्षद, नगर परिषद अध्यक्ष और सामाजिक संगठन इस ठेके का विरोध कर रहे हैं। पार्षदों ने कहा रिहायशी इलाके में शराब का ठेका खोलना गलत है। ऐसे ठेके बस्ती से बाहर होने चाहिए। पार्षद भी कर रहे सहयोग शहर के वार्ड पार्षदों ने एकजुट होकर कहा कि ऐसे रिहायशी क्षेत्र में शराब के ठेके खोलना अनुचित है शराब के ठेके शहर में बस्ती के बाहर होने चाहिए ताकि शहरवासी व बस्तीवासी आराम से अपना जीवन यापन कर सके और आने वाले समय में उनके बच्चों पर कोई दुष्प्रभाव ना पड़े ।जहां पर अब यह शराब का ठेका लगाया गया है यहां पर सुबह-शाम दोपहर वार्ड नंबर 3 में 4 के लोगों का आवाजाही रहती है। जिसमें बुजुर्ग ,महिला, पुरुष ,बच्चे व विद्यार्थी अधिकतर इसी रोड से गुजरते हैं। इस ठेके के होने से यहां से गुजरने वाले छात्र-छात्राओं पर दुष्प्रभाव पड़ेगा यह क्षेत्र के महाविद्यालय, स्कूल ,हॉस्पिटल जाने के लिए मार्ग बना हुआ है।
नारनौल में शराब के ठेके के विरोध में भूख हड़ताल:14 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं अटेली कस्बा के लोग, नहीं हट रहा ठेका
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