नूंह जिले के नगीना खंड के गांव अकलीमपुर में पूर्व सरपंच द्वारा तत्कालीन सरपंच को पंचायत का रिकॉर्ड नहीं देने के मामले में पुलिस ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी की शिकायत पर पूर्व सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें दोनों ही पूर्व सरपंच है। तत्कालीन सरपंच का आरोप है कि गांव के पूर्व सरपंच दीन मोहम्मद ने अपने कार्यकाल के दौरान मनरेगा सहित अन्य विकास कार्य के लिए आई करोड़ों रुपए की राशि को खुर्दबुर्द किया है। मामला उजागर नहीं हो इसके लिए दीन मोहम्मद ने उन्हें आज तक रिकॉर्ड नहीं दिया। लेकिन इस मामले में अभी सम्बंधित अधिकारियों पर गाज गिरना बाकी है। क्योंकि गांव में हुआ गबन अधिकारियों की मिलीभगत से ही संभव हुआ है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। 2010 से 2015 तक का रिकॉर्ड नहीं देने का लगाया आरोप गांव की तत्कालीन सरपंच जायदा खान द्वारा खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में एक शिकायत दी गई थी, जिसमें बताया गया था कि पूर्व सरपंच दीन मोहम्मद ने आज तक अपने कार्यकाल का रिकॉर्ड व चल-अचल संपत्ति का चार्ज नहीं दिया है। इसके साथ ही वर्ष 2010 से 2015 तक का पीआरआई स्कीम, कार्यवाही रजिस्टर, एमबी, वाउचर फाईल, एस्टीमेट, कैश बुक, पासबुक, स्टॉक रजिस्टर सहित एचआरडीएफ स्कीम, पंचायत फण्ड स्कीम का रिकॉर्ड, स्टॉक रजिस्टर, फर्नीचर रजिस्टर, गृहकर रजिस्टर सहित अन्य रिकॉर्ड उन्हें नहीं सौंपा गया। इसके साथ ही वर्ष 2010 से 2015 तक का मनरेगा योजना का रिकॉर्ड भी खुर्दबुर्द कर दिया गया। पूर्व सरपंच बोले उन्हें गलत फसाया जा रहा है तत्कालीन सरपंच का आरोप है कि पूर्व सरपंच दीन मोहम्मद ने जानबूझकर पिछला रिकॉर्ड उन्हें नहीं दिया है। गबन का मामला उजागर नहीं हो इसके लिए वह रिकॉर्ड को छिपा रहे है। वहीं इस मामले में पूर्व सरपंच दीन मोहम्मद ने कहा कि उन्होंने पूर्व रिकॉर्ड वर्ष 2015 में सरपंच जायदा का सौंप दिया था। उन्हें गांव में पार्टी बाजी के तहत फसाया जा रहा है। यह आरोप गलत व बेबुनियाद है।
नूंह में पूर्व सरपंच पर FIR:तत्कालीन सरपंच को नहीं दिया रिकॉर्ड, मनरेगा योजना में किया करोड़ों का गबन
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