कुशीनगर विद्युत विभाग इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है. विद्युत विभाग ने कुशीनगर जनपद के बुद्ध इंटर कालेज की बत्ती गुल कर दी है. कालेज पर 22 लाख बकाए के एवज में विद्युत विभाग ने ये कार्यवाही की है. विद्युत विभाग की इस कार्यवाही के चलते उमस भरी गर्मी में कालेज में पढ़ने वाले लगभग 5 हजार छात्र और छात्राएं हैरान और परेशान है लेकिन विभाग पर इसका कोई असर नहीं है.
कालेज प्रबंधन एक मुश्त इतनी बड़ी रकम जमा करने में असमर्थता जता रहा है और किस्तों के रूप में भुगतान करने की बात कह रहा है. कालेज प्रबंधन ने इस मामले में दो लाख रुपये भी जमा कराए है लेकिन विद्युत विभाग पूरी रकम जमा कराने के बाद सप्लाई बहाल करने की जिद पर अड़ा हुआ है.
जिले के प्रतिष्ठित कॉलेज का है मामलाजनपद के सबसे प्रतिष्ठित कालेज में सुमार बुद्ध इंटरमीडिएट कालेज कुशीनगर की स्थापना 1934 में महान समाज सेवी बाबा राघव दास जी ने की थी. स्थापना के बाद से इस कालेज से पढ़कर कई सारे होनहार छात्र और छात्राएं डाक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर बनकर देश विदेश में अपनी सेवाएं दे रहे है और इस दौरान कुछ लोगों की सेवा भी समाप्त हो गई है.
कालेज की स्थापना के बाद से कई सारे प्रबंधक और प्रधानाचार्य बदल भी गए लेकिन उनकी करनी का खामियाजा आज के छात्र और छात्राएं भुगतने को विवश है. छात्रों का उज्ज्वल भविष्य तराशने वाला यह कालेज आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.
कॉलेज के पास बिल जमा करने के नहीं हैं पैसेबिजली बिल बकाए के कालेज का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है. कॉलेज के छात्र छात्राओं को इस भीषण गर्मी में बुरा हाल है. यह बकाया बिजली का बिल वर्षों पुराना है. लगभग 20 वर्षों से चले आ रहे विद्युत बिल बकाए के एवज में कालेज की बिजली काट देना कही से भी न्यायोचित नहीं लग रहा है.
कालेज प्रबंधन अपने सीमित संसाधनों के दम पर बकाए का भुगतान किस्तों में करने की बात कह है. और उसने इस मद में 2 लाख रुपया जमा भी कर दिया है. विभाग के पास भीषड़ गर्मी में छात्रों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है.
प्रधानाचार्य ने लगाए ये आरोपकालेज के प्रधानाचार्य उमेश उपाध्याय ने विभाग पर अनियोजित बिल भेजने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि विद्युत विभाग कभी 1500 रुपये का बिल भेजता है किसी महीने में 2 हजार और कभी यह बिल 1 लाख रुपये का आता है. प्रधानाचार्य ने विभाग से इस बिलिंग को सुधारने की भी अपील किया है.अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खंड कसया प्रदीप वर्मा ने कहा है कि बिजली बिल बकाए में बिजली कनेक्शन जाता गया है.
बिजली बिल जमा होने पर ही कनेक्शन जोड़ा जा सकता है. यह बिल पुराना है. कभी यह जमा नहीं करते हैं. एक लाख रुपये बिजली का बिल जमा हुआ है लेकिन वह ब्याज के ही चला गया है.
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