यमुनानगर में जगाधरी स्थित सिविल अस्पताल में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने बच्चे को जन्म दिया है। नाबालिग रादौर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। जानकारी के अनुसार, लड़की के परिजनों ने एक युवक के साथ उसका रिश्ता तय किया था, यह सोचकर कि लड़की के बालिग होने पर शादी कराई जाएगी। इस बीच, दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई। आरोप है कि युवक ने लड़की को शादी का झांसा देकर उसके साथ गलत काम किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई। बताया गया कि आरोपी युवक लड़की के साथ मारपीट भी करता था, जिसके चलते परिजन इस रिश्ते से नाखुश थे। इसके बावजूद, परिजनों ने उस समय पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। प्रसव पीड़ा होने पर कराया अस्पताल में भर्ती दो से तीन महीने बाद जब लड़की के गर्भवती होने का पता चला, तब भी परिजनों ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। गर्भधारण के नौ महीने पूरे होने पर लड़की को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, जिसके बाद उसे 14 जुलाई को जगाधरी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। 16 जुलाई को उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और बाल कल्याण समिति को सूचित किया। बाल कल्याण समिति के सदस्य गौरव शर्मा ने बताया कि लड़की की काउंसलिंग की जा रही है। उन्होंने कहा, लड़की वर्तमान में अपने बच्चे को अपने पास रखना चाहती है। यदि बच्चा बाल कल्याण विभाग को सौंपा जाता है, तो गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस मामले की कर रही जांच: एएसआई बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चे को सरकार द्वारा बच्चे को हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। पॉक्सो विक्टिम के बच्चे को सरकार द्वारा 15 से 20 हजार की सहायता राशि दी जाती है। यह राशि भी उसे दिलवाई जाएगी। जांच अधिकारी एएसआई कोमल ने बताया कि अस्पताल से नाबालिग के डिलीवरी केस की सूचना मिलने पर वे मौके पर पहुंचीं और परिजनों से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि करीब एक साल पहले उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता तय किया था, लेकिन आरोपी ने लड़की के बालिग होने से पहले ही उसे बहला-फुसलाकर उसके साथ गलत काम किया। पुलिस ने बताया कि अभी तक परिजनों ने आरोपी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मामले की जांच जारी है, और शिकायत मिलने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यमुनानगर में नाबालिग बनी मां, बच्चे को दिया जन्म:मंगेतर ने शादी से पहले किया गलत काम, बालिग होने पर करना था विवाह
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