पहाड़ों पर भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से हथिनीकुंड बैराज के पास सात भैंस तेज बहाव में फंस गईं, जिनमें से पांच की मौत हो गई, जबकि दो को बचा लिया गया। ये भैंसे हरियाणा की निकटवर्ती सीमा में पड़ने वाले उत्तरप्रदेश के जानीपुर गांव में पशुपालकों की थीं। देर शाम से घर नहीं लौटी थीं भैंसें पशुपालक सद्दाम, नबाव और फुरकान ने बताया कि बुधवार दोपहर उनके मवेशी यमुना नदी के किनारे घास चरने गए थे। देर शाम तक सात भैंस घर नहीं लौटीं, जिसके बाद जंगल में उनकी तलाश की गई। गुरुवार सुबह ये भैंस हथिनीकुंड बैराज के अपस्ट्रीम में बने एक टापू पर फंसी हुई दिखाई दीं। जेसीबी की मदद से दो भैंसों को किया रेस्कयू पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी में जलस्तर 26,000 क्यूसिक तक पहुंच गया, जिससे नदी का बहाव तेज हो गया। भैंसें बहते हुए बैराज के बंद गेट के सामने अटक गईं। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया। अर्थ मूविंग मशीन (जेसीबी) की मदद से दो भैंसों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन तेज बहाव और मुश्किल परिस्थितियों के कारण बाकी पांच भैंसों को नहीं बचाया जा सका। पशुपालकों ने बताया कि यह उनके लिए बड़ा आर्थिक नुकसान है, क्योंकि भैंसें उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत थीं। प्रभवित पशुपालकों ने स्थानीय प्रशासन से सहायता की गुहार लगाई है।
यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज में फंसी सात भैंसें, पांच मरी:बहते हुए डेम के गेट पर फंसी, जेसीबी की मदद से किया रेस्क्यू
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