पंजाब के लुधियाना में आज रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और चौड़ा बाजार में जिला स्तरीय समिति की तरफ से पुलिस बल के साथ दबिश दी गई। टीम ने रेलवे स्टेशन खंगाला। सार्वजनिक स्थलों पर भिख मांगने वाले और बेसहारा पुलों के नीचे घूम रहे बच्चों का रेस्क्यू किया गया। इस कड़ी के तहत अभी तक 5 से 8 बच्चों को अधिकारियों ने अपने सुपुर्द लिया है। DNA रिपोर्ट आने तक चाइल्ड वेलफेयर कमेटी में रखे जाएंगे बच्चे इन बच्चों को (CWC) चाइल्ड वेलफेयर कमेटी में रखा जाएगा। इनका पालन पोषण सही ढंग से होगा और उनके परिवारों को ढूंढने का काम सरकार द्वारा शुरू किया जा रहा है। इन बच्चों के DNA टेस्ट करवाए जाएंगे ताकि इनके परिजनों को ढूंढा जा सके। वही अधिकारियों को यह भी शक है कि इस अभियान के तहत उन्हें कई ऐसे बच्चे भी मिल सकते है जो किसी ना किसी मानव तस्करी या किडनैपिंग का कभी शिकार हुए है। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री बलजीत कौर के आदेश पर हो रहा एक्शन यहां बता दें कि सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री बलजीत कौर ने बीते दिनों आदेश जारी किए है कि अगर कोई बच्चा किसी वयस्क के साथ भीख मांगता हुआ पाया जाता है, तो उसके पारिवारिक संबंधों की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। जब तक रिपोर्ट उपलब्ध नहीं हो जाती, तब तक बच्चा बाल कल्याण समितियों की देखरेख में बाल देखभाल संस्थान में रहेगा। अधिकारियों ने भी उन्हें आश्वासन दिया हुआ कि अगर डीएनए परीक्षण से यह पुष्टि होती है कि वयस्क का उस बच्चे से कोई संबंध नहीं है जिसके साथ वे हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय (महिला एवं बाल विकास) द्वारा जीवन ज्योत-2 परियोजना के तहत सभी उपायुक्तों को ये निर्देश जारी किए गए है। एक अधिकारी ने बताया कि जिलों में बाल कल्याण समितियां ऐसे मामलों की पहचान करने में जुट गई है, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि किसी बच्चे को किसी वयस्क के साथ भीख मांगने के लिए मजबूर किया जा रहा है और उनका रिश्ता संदिग्ध प्रतीत होता है।
लुधियाना में बाल भिखारियों का रेस्क्यू:प्रशासनिक अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन खंगाला,बच्चों की किडनेपिंग का शक,DNA परीक्षण होगा
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