भास्कर न्यूज | जालंधर फिल्लौर के संगोवाल गांव में लगातार छठे दिन ग्रामीण धुस्सी बांध को टूटने से बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। यहां सतलुज का बहाव सीधे बांध की तरफ हो गया था। इसकी वजह स्टड का बह जाना था। स्टड की जगह पर रेत के बोरे लगाकर पानी के प्रैशर को रोका गया था लेकिन इसके बाद नई जगह पर प्रैशर बन गया। इसे देखते हुए ग्रामीण सारा दिन रेत के बोरे लगाकर बांध को पक्का करने में लगे रहे। यहां मौजूद नंबरदार जागीर सिंह ने कहा कि बांध बरकरार है। इसे लगातार पक्का किया जा रहा है। हौसले से पूरी संगत काम कर रही है। शनिवार शाम 6 बजे फिल्लौर के रास्ते सतलुज में 50972 क्यूसेक पानी आया। ये बीते 24 घंटे की तुलना में कम रहा। उस समय ये आवक 53521 थी। गिद्दड़पिंडी के रास्ते से 1.40 लाख क्यूसेक पानी बहकर हरीके पत्तन हेडवर्क्स गया था, शनिवार को ये 1.56 क्यूसेक तक पहुंच गया। एक तरफ नई आवक घटी है तो जालंधर को क्रास करने वाले पानी की मात्रा बढ़ गई है। लेकिन फिलहाल सतलुज किनारे के लोग चिंतित हैं। वजह – सामान्य तौर 1 लाख क्यूसेक तक पानी आने पर धुस्सी बांध को खतरा नहीं होता है। ये आंकड़ा क्रॉस करने पर दशकों पुराने धुस्सी बांध की सुरक्षा की जद्दोजहद बढ़ जाती है।
सतलुज में पानी घटा, उफान बरकरार, संगोवाल में छठे दिन भी बांध बचाने की जद्दोजहद जारी
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