कांगड़ा जिला पेंशनर संघ की बैठक रविवार को मटौर के गुरुद्वारा में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रधान पुरुषोत्तम सिंह धना ने की। बैठक में मंडी, धर्मशाला, कुल्लू और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भारी वर्षा से हुए नुकसान के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। सभी पेंशनरों ने सर्वसम्मति से एक दिन की पेंशन आपदा पीड़ितों की मदद के लिए सरकारी राहत कोष में देने का निर्णय लिया। हिमाचल प्रदेश पेंशनर संघ वेलफेयर एसोसिएशन के नवनियुक्त वरिष्ठ उपप्रधान कल्याण भंडारी ने संघ को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। महंगाई भत्ते को मूल पेंशन में विलय करने की मांग संगठन को मजबूत करने के लिए नए सदस्यों को जोड़ने का अभियान चलाया जाएगा। बैठक में पेंशनरों ने कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। इनमें 1 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 तक की लंबित देनदारी का एकमुश्त भुगतान प्रमुख है। साथ ही लंबित चिकित्सा बिलों के भुगतान की मांग भी की गई। पेंशनरों ने 5, 10, 15 प्रतिशत महंगाई भत्ते को मूल पेंशन में विलय करने की मांग भी रखी। बैठक में जिला अध्यक्ष स्वरूप शर्मा, महासचिव सोमराज गर्ग, सचिव पुरुषोत्तम सिंह, पूर्व महासचिव अमर सिंह, महासचिव शेर सिंह सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
कांगड़ा में पेंशनर संघ की बैठक:आपदा पीड़ितों के लिए एक दिन की पेंशन देने का फैसला, चिकित्सा बिलों के भुगतान की मांग
3