बिहार में आगामी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर महागठबंधन में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। राहुल गांधी तेजस्वी यादव के नाम को मुख्यमंत्री पद के लिए हरी झंडी नहीं दे रहे हैं। रविवार को अररिया में उनसे इस बारे में सवाल पूछा गया, लेकिन उन्होंने जवाब टाल दिया। इससे इन अटकलों को बल मिला कि वे तेजस्वी के नाम पर सहमत नहीं हैं। आज दूसरे सहयोगी दल वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने राहुल गांधी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तो तेजस्वी ही होंगे। तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी पर दबाव बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, “इस बार बिहार में एनडीए को खार फेंकेंगे और अगले बार जब भी लोकसभा चुनाव होगा। तो राहुल गाँधी जी को प्रधानमंत्री हम लोग बनाने का काम करेंगे।” राहुल गांधी के इस रुख के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें ‘जंगलराज’ के आरोपों से कांग्रेस को बचाना और अपने पारंपरिक वोट बैंक को वापस लाना शामिल है। 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है और वह सहयोगियों पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही है। कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन 1999 से चला आ रहा है।
Bihar CM Face: Rahul Gandhi का Tejashwi Yadav पर सस्पेंस, महागठबंधन में सियासी तूफान!
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