दिल्ली के द्वारका इलाके में एक युवक की करंट लगने से हुई मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके चचेरे भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. अधिकारियों को संदेह है कि दोनों ने मिलकर युवक को नींद की गोलियां देकर करंट से मारने की साजिश रची थी.
यह घटना 13 जुलाई की है, जब पुलिस को उत्तम नगर स्थित माता रूपरानी मग्गो अस्पताल से पीसीआर कॉल के जरिए करण देव नामक युवक की मौत की सूचना मिली थी. युवक को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरी जांच में मौत का कारण बिजली का झटका बताया गया, और मामला मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) के तहत दर्ज हुआ.
हत्या की साजिश का संदेह
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह हादसा प्रतीत हो रहा था, लेकिन करण के छोटे भाई कुणाल देव ने 17 जुलाई को पुलिस से संपर्क कर संदेह जताया कि करण की मौत सामान्य नहीं थी. उन्होंने करण की पत्नी और एक चचेरे भाई के बीच हुई कुछ ‘चैट्स’ पुलिस को सौंपीं, जिनमें हत्या की साजिश की बात सामने आई है.
ऐसे दिया गया हत्या को अंजाम
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि करण को पहले नींद की गोलियां दी गईं, जिससे वह अचेत हो गया. इसके बाद कथित तौर पर उसे बिजली का झटका दिया गया.
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी महिला सीधे अपने ससुराल वालों के पास गई और उन्हें बताया कि करण की तबीयत अचानक बिगड़ गई है. परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस कार्रवाई कर दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके कथित प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या की सजा) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
Delhi: द्वारका में युवक की संदिग्ध मौत…करंट से हादसा या पत्नी की साजिश? पुलिस जांच में चौकाने वाले खुलासे
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