महाराष्ट्र के बारामती में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. बारामती के बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक ने बैंक में ही फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है. बैंक में बैंक मैनेजर के शव के साथ एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर और उनके दबाव में सुसाइड करने की बात लिखी है.
बैंक के मुख्य प्रबंधक ने बारामती स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में फांसी लगाकर सुसाइड कर ली. इस बैंक मैनेजर का नाम शिवशंकर मित्रा (उम्र 52, निवासी प्रयागराज, उत्तर प्रदेश) है.
मुख्य प्रबंधक अतिरिक्त दबाव नहीं झेल पा रहे थे
शिवशंकर मित्रा ने 5 दिन पहले बैंक से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का अनुरोध किया था, क्योंकि वह अतिरिक्त दबाव नहीं झेल पा रहे थे. हालांकि, बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर आखिरकार उन्होंने सुसाइड कर लिया.
सुसाइड नोट में लिखा कि मैं, शिवशंकर मित्रा, मुख्य प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बारामती, बैंक के अतिरिक्त दबाव के कारण सुसाइड कर रहा हूं. मैं बैंक से अनुरोध करता हूं कि वह कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव न डाले. हर कोई अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह जागरूक है और अपना 100 प्रतिशत योगदान देता है.
अपनी स्वतंत्र इच्छा से सुसाइड कर रहा हूं – सुसाइड नोट
शिवशंकर मित्रा ने आगे लिखा, मैं पूरी तरह से नशे में नहीं हूं और अपनी स्वतंत्र इच्छा से सुसाइड कर रहा हूं. उसमें मेरे परिवार का कोई दोष नहीं है. किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए. मैं बैंक के भारी दबाव के कारण ही सुसाइड कर रहा हूं.
अपनी पत्नी प्रिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, प्रिया, मुझे माफ कर दो. मुझे माफ कर दो, माही. यह पत्र उन्होंने अपनी पत्नी प्रिया और बेटी माही को लिखा. उन्होंने यह भी इच्छा व्यक्त की कि यदि संभव हो तो वे मेरी आंखें दान कर दें.
Maharashtra: बैंक मैनेजर ने बैंक में ही की आत्महत्या, सुसाइड नोट में वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप
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