महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मानसून सत्र के समापन पर विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने ‘हमला कर भाग जाओ’ की रणनीति अपनाई है. उन्होंने कहा कि सरकार ने सत्र के दौरान कुल 16 विधेयकों को पारित किया, जिसमें किसानों के हित और राज्य की सुरक्षा से जुड़े कई अहम फैसले शामिल रहे. फडणवीस ने यह भी दोहराया कि महायुति सरकार किसानों का कृषि ऋण माफ करने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने गिनवाए सरकार की उपलब्धियां
देवेंद्र फडणवीस ने सत्र में सरकार की उपलब्धियां गिनवाई. इनमें शामिल है वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए विशेष जन सुरक्षा विधेयक पारित करना, अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग को वैधानिक दर्जा देने वाला विधेयक मंजूर करना, गढ़चिरौली के लिए खनन प्राधिकरण और नासिक कुंभ के लिए विशेष प्राधिकरण का गठन करना. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों से जुड़े अपराध अब मकोका के तहत लाए जाएंगे. उन्होंने कृषि संकट के स्थायी समाधान के लिए समिति गठन का भी जिक्र किया.
विपक्ष के आरोपों पर क्या बोले मुख्यमंत्री?
फडणवीस ने कहा कि विपक्ष ने सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाए और विधानसभा में गंभीर मुद्दों से भटकाया है. उन्होंने कहा कि “उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं था, इसलिए सवाल भी गलत सूचना पर आधारित थे.” साथ ही उन्होंने इस्लामपुर का नाम बदलकर ईश्वरपुर करने की पुष्टि की और कहा कि यह ऐतिहासिक नाम की बहाली है.
विधानसभा के भीतर बीजेपी और NCP (SP) के विधायकों के बीच हुई झड़प पर फडणवीस ने निराशा जताते हुए कहा, “बच्चे भी इस तरह नहीं लड़ते.” उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार के अच्छे कामों की छवि को प्रभावित करती है.
‘महायुति’ और उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात पर क्या बोले?
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से हुई मुलाकात को तूल न दिया जाए. उन्होंने मीडिया में “प्रस्ताव” की चर्चा को लेकर नाराज़गी जताई और कहा कि उनकी सरकार शिंदे और अजित पवार जैसे मजबूत सहयोगियों के साथ पूरी तरह स्थिर है.
अब सवाल ये उठता है कि क्या सरकार किसानों का कर्ज माफ करेगी? तो जवाब है- हां, मुख्यमंत्री की ओर से साफ कहा गया है कि कर्ज माफी को लेकर प्रतिबद्ध है और दीर्घकालिक समाधान की ओर बढ़ रही है
Maharashtra News: कर्ज के बोझ तले दबे किसानों के लिए राहत! मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया ये बड़ा ऐलान
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