उत्तर प्रदेश के महोबा में पॉलीथिन की छत के नीचे अपने परिवार के साथ रह रही वृद्ध महिला प्यारी बाई की जिंदगी तब बदल गई, जब मीडिया कर्मियों की पहल पर उनकी दुर्दशा जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद तक पहुंची.
डेढ़ साल से प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही इस महिला को मंत्री के तत्काल हस्तक्षेप के बाद योजना में शामिल कर लिया गया, और राहत के लिए तत्काल टीनशेड लगाने के निर्देश दिए गए.
मूसलाधार बारिश में पॉलीथिन की छत के नीचे रह रही प्यारी बाई की दयनीय हालत को देखते हुए मीडिया कर्मियों ने मामले को मंत्री के समक्ष उठाया. राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने तुरंत अधिकारियों को फोन कर कार्रवाई के निर्देश दिए.
जिस पर आधे घंटे के भीतर ही सदर तहसील के एसडीएम शिव ध्यान पांडेय के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची. पात्रता जांच और जियो टैगिंग की औपचारिकताएं पूरी करते हुए प्यारी बाई को योजना में शामिल किया गया. साथ ही, बारिश से बचाव के लिए टीनशेड लगाने का आदेश दिया गया.
लापरवाही पर अधिकारियों की फटकारएसडीएम शिव ध्यान पांडेय ने मौके पर पहुंचकर प्यारी बाई के परिवार से बातचीत की और लापरवाह अधिकारियों को फटकार लगाई. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह महिला पात्र नहीं थी, तो पात्रता का मतलब क्या है? नगर पालिका और डूडा विभाग के अधिकारियों को तत्काल टीनशेड निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई. प्यारी बाई ने बताया कि डेढ़ साल पहले उन्होंने पीएम आवास के लिए आवेदन किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब मंत्री की पहल से उन्हें राहत मिली है.
वृद्धा ने जताया आभार
प्यारी बाई ने नम आंखों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यमंत्री रामकेश निषाद का आभार जताया. वृद्धा ने कहा कि अब कम से कम हमारे सिर पर एक छत होगी. एसडीएम शिव ध्यान पांडेय ने कहा कि मंत्री के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई की गई. ऐसी लापरवाही आगे नहीं चलेगी.
PM आवास के चक्कर काटती थी वृद्ध महिला प्यारी बाई, फिर योगी के मंत्री के एक फोन पर दौड़े अफसर
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