उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र आने वाली 11 अगस्त से शुरू होने जा रहा है, जो सिर्फ चार दिन यानी 16 अगस्त तक चलेगा. इस छह दिवसीय सत्र में केवल चार दिन ही विधायी कार्य पूरे होंगे, जबकि शेष दो दिन स्वतंत्रता दिवस और रविवार की छुट्टियों के चलते कार्यवाही नहीं होगी. सत्र के दौरान 11 अगस्त से 14 अगस्त तक विधान सभा और विधान परिषद की कार्यवाही चलेगी.
राज्य सरकार की तरफ से इस सत्र के लिए अभी से तैयारियां तेज कर दी गईं हैं. माना जा रहा है कि इस बार सत्र में सरकार कई जरूरी विधेयक पेश कर सकती है. वहीं, विपक्ष सरकार को कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई, गन्ना मूल्य भुगतान जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिल सकती है.
इस दिन विधेयक पेश होने की संभावना11 अगस्त को मानसून सत्र की शुरुआत होगी, इसके बाद नियम 51 के तहत विधायी कार्य और संभावित प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया जाएगा. 12 और 13 अगस्त को भी सदन में विधेयक पेश किए जाने की संभावना है. 14 अगस्त को सत्र का चौथा कार्य दिवस होगा, जिसके बाद 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 16 अगस्त को शुक्रवार का अवकाश रहेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद सत्र के एजेंडे को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है. बताया जा रहा है कि सरकार इस सत्र में कुछ संशोधन विधेयकों को भी पेश कर सकती है, जिन्हें केंद्र के हालिया निर्णयों के अनुरूप लाया जाएगा.
विपक्ष अवधि को लेकर उठा रहा है सवालवहीं विपक्षी दल इस सीमित अवधि को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि इतने कम दिनों में जनहित के गंभीर मुद्दों पर चर्चा करना संभव नहीं है. विपक्ष ने सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग की है.
इस मानसून सत्र पर सभी की नजरें टिकी हैं कि सरकार और विपक्ष के बीच किस तरह की राजनीतिक जंग देखने को मिलती है. यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि सरकार की तरफ से क्या महत्वपूर्ण विधेयक लाए जा सकते हैं.
UP News: 11 अगस्त से शुरू होगा यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र, 4 दिन ही होंगे विधायी कार्य
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