हिसार में कनाडा भेजने के नाम पर 11 लाख की ठगी करने का मामला दर्ज कराया है। नारनौंद थाना पुलिस ने 16 नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कापड़ो गांव निवासी विरेन्द्र ने अपने बेटे को कनाडा भेजना चाहता था। विरेन्द्र ने बताया कि उसके बेटे विशेष को कनाडा वर्क परमिट दिलाने का वादा किया गया था। उन्होंने बताया कि मोहाली स्थित रूदाक्ष ग्रुप ओवरसीज सॉल्यूशंस में 18 अप्रैल 2024 को आरोपी महिला नविता से मुलाकात हुई। 11 लाख रुपए में डील तय हुई। पीड़ित ने तीन किश्तों में पैसे जमा कराए। पहले दिन 5 हजार रुपए नकद दिए। 8 मई को 6 लाख रुपए जमा कराए, जिसमें 3 लाख नकद और 3 लाख आरटीजीएस से भेजे। 10 मई को 7 लाख रुपए जमा कराए, जिसमें 3.5 लाख नकद और 3.5 लाख आरटीजीएस से दिए। तीन महीने बाद जब विरेन्द्र ऑफिस पहुंचा तो वह बंद मिला। वहां कई अन्य पीड़ित भी प्रदर्शन कर रहे थे। आरोपी कंपनी ने फर्जी मेडिकल भी करवाया था। गिरोह का मुख्य आरोपी राकेश रिखी फिलहाल हिसार सेंट्रल जेल में बंद है। डॉक्यूमेंट आरोपियों के पास
विरेन्द्र ने चिंता जताई है कि उसके बेटे के पासपोर्ट की कॉपी, कैंसिल चेक और अन्य डॉक्यूमेंट आरोपियों के पास हैं। उसने इन डॉक्यूमेंट और 11 लाख रुपए की वापसी की मांग की है। आर्थिक अपराध शाखा हांसी की जांच में मामला सही पाया गया है। शिकायत की जांच के बाद आर्थिक अपराध शाखा हांसी ने रिपोर्ट तैयार की। 29 मई को नारनौंद थाना में भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(2), 318(4) के तहत रुद्राक्ष ग्रुप ओवरसीज सॉल्यूशन के डायरेक्टर, पंजाब के मोहाली निवासी राकेश कुमार उर्फ रिक्खी, नविता, ममता कुमारी, रेनू त्यागी, रोहित शर्मा उर्फ मोहित, रमनदीप सिंह उर्फ मनराज, दिलप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, विजय तिवारी, अमित शर्मा उर्फ राकेश, बलविन्द्र सिंह, गुरप्रीत, एकता, प्रभा रिखी, गगनदीप, इन्द्रजीत सिंह उर्फ लबी व अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मामले की जांच खेडी चौपटा पुलिस चौकी को सौंपी गई है।
हिसार के व्यक्ति से 11 लाख ठगे:बेटे को कनाडा भेजना चाहता था, डॉक्यूमेंट जमा करने के बाद ऑफिस बंद मिला
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