हरियाणा के अंबाला शहर स्थित अनाज मंडी में सूरजमुखी की फसल की तुलाई में हुए गड़बड़झाले में मार्केट कमेटी की ओर से हैफेड को नोटिस जारी कर दिया गया है। जिसमें हैफेड से जवाब मांगा गया है। वहीं, दूसरी ओर से इस मामले की जांच को हैफेड की जांच कमेटी भी जांच कर रही थी, जिसके जांच में हाथ खाली ही निकले हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि हैफेड की ओर से मार्केट कमेटी के नोटिस को कितनी तवज्जो दी जाएगी। नापतौल में हुई गड़बड़ बता दें कि इस साल पिछले कई सालों के बाद अंबाला शहर अनाज मंडी में सूरजमुखी की फसल की सरकारी खरीद के लिए सेंटर बनाया गया था। इससे अंबाला शहर के साथ लगते किसानों को बड़ी राहत मिली थी। लेकिन जैसे ही किसानों को पता चला कि उनके साथ नापतौल में गड़बड़ हो गई। इससे किसानों को निराशा लगी। इतना ही नहीं सरकारी तंत्र की नापतौल से भी भरोसा उठ गया। सूरजमुखी के 40 थैलों में तय वजन यानि 28.600 किलोग्राम से कम या ज्यादा होने को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी। जिसकी जांच में मामले से दूध का दूध पानी का पानी नहीं हो सका। इस समय जांच कमेटी पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं कि यदि किसानों और हैफेड के कांटों की तोलाई में अंतर पाया गया था। जांच में गड़बड़ से कैसे बचा जा सकता है। इस मामले में किसानों की ओर से साफ किया जा चुका है कि गड़बड़झाला करने वालों की जांच करवाकर ही छोड़ा जाएगा। ताकि आने वाले समय में किसानों की जेब पर डाका ना डाला जा सके। मैनेजर नहीं कर रहे काल रिसीव हैफेड के मैनेजर ने मामले से बचने को लेकर दूरी बना ली है। इस मामले को लेकर उनसे बातचीत करनी चाही लेकिन उनकी ओर से काल रिसीव नहीं की जा रही। इससे भी सवाल उठ रहे हैं। आखिर इसे स्पष्ट क्यों नहीं किया जा रहा। बताया जा रहा है कि उनके पास अन्य जगहों का कार्यभार भी है।
अंबाला की मंडी के तुलाई के मामले में नोटिस जारी:मैनेजर दूरी बना रहा, सचिव ने लिया एक्शन, किसानों ने की थी शिकायत
4