हरियाणा के अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चल रहे हार्ट सेंटर एक बार फिर विवादों में आता दिख रहा है। इस बार डाक्टर की ओर से बाहर से दवा लिखी जा रही है, जबकि एक ही केमिस्ट से लेने की सलाह भी दी जा रही है। यह मामला प्रदेश के परिवहन, ऊर्जा और श्रम मंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचा, जहां पर विज ने मौजूद सेंटर के प्रशासक व अन्य को चेतावनी दी कि यह स्थिति सुधारी जाए। उन्होंने तल्ख अंदाज में यह भी कहा कि यदि दोबारा इस तरह की शिकायतें आईं, तो कार्रवाई की जाएगी। पहले भी सुर्खियों में रहा है सेंटर बता दें कि हार्ट सेंटर पहले से ही सुर्खियों में है। सेंटर में जहां चौदह माह से आयुष्मान कार्ड धारकों का उपचार बंद है, वहीं, सेंटर की ओर से करोड़ों की बकाया पेमेंट की बात की जा रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग वेरिफाइड बिलों की पूरी पेमेंट की बात कर रहा है, जबकि आयुष्मान कार्ड पर उपचार शुरू होगा या नहीं इसका इंतजार किया जा रहा है। दूसरी ओर इसी सेंटर में मरीज की मौत का मामला जहां हाईकोर्ट में पहुंच चुका है। अनिल विज बोले- ये कतई बर्दाश्त नहीं अनिल विज ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने इस मामले में पीएमओ को निर्देश दिए हैं कि इसको ठीक करा लें। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस स्थिति को ठीक कर लिया जाएगा नहीं तो इसके खिलाफ कार्रवाई कराऊंगा। कार्ड भी अटेच कराया जाए वहीं, मंत्री अनिल विज ने पीएमओ को ये भी निर्देश दिए हैं कि हार्ट केयर सेंटर में जो भी मरीज आता है उसका सिविल हॉस्पिटल का कार्ड भी बनाया जाए। जिससे यदि उसको अन्य दवाओं की आवश्यकता पड़े तो वह आसानी से ले सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक काउंटर हार्ट केयर सेंटर में ही खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
अंबाला कैंट का हार्ट केयर सेंटर फिर विवादों में:मंत्री बोले- सुधारने के निर्देश दिए, आगे कार्रवाई होगी; पीपीपी मोड पर चल रहा सेंटर
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