अंबाला कैंट स्टेशन पर पिक-अप-ड्रॉप से हो रही जेब ढीली:मिनटों के हिसाब से चार्ज करते, पार्किंग में वाहन खड़ा करेंगे तो बचेंगे रुपए

by Carbonmedia
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हरियाणा के अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर बूम बैरियर सिस्टम को लेकर वाहन चालकों में असमंज की स्थिति है और बूम बैरियर सिस्टम लागू होने के बाद से पिंक एंड ड्रॉप जोन में वाहन खड़ा करना यात्रियों की जेब पर भारी पड़ रहा है। स्टेशन परिसर में बूम बैरियर की लाइनिंग वाली रोड पर अगर कोई व्यक्ति अपनी कार को 10 मिनट से ज्यादा खड़ा रहता है तो उसे 30 रुपए से लेकर 500 रुपए तक शुल्क देना पड़ता है। दूसरी तरफ, यदि कार को लाइनिंग वाली रोड की बजाए स्टेशन परिसर के अंदर ही बनी पार्किंग में खड़ा करता है। तो उसे दो घंटे के लिए सिर्फ 30 रुपए ही देने पड़ेंगे। पिक अप ड्रॉप कुछ मिनटों के लिए होता बूम बैरियर एजेंसी के मैनेजर योगेश ने बताया कि पिक एंड ड्रॉप जोन केवल कुछ मिनटों के लिए बनाए गए हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि लोग अनजाने में या जल्दी में वहां ज्यादा देर रुक जाते हैं, जिससे उन्हें भारी शुल्क भरना पड़ता है। उन्होंने स्टेशन पर आने वाहन चालकों से कहा कि यदि वह 10 मिनट से ज्यादा स्टेशन पर रुकते हैं तो अपनी कार को बूम बैरियर से निकलने के बाद सीधे पार्किंग स्थल में अपनी कार को खड़ी करें। स्टेशन पर जाएं तो पार्किंग स्थल का विकल्प चुनें, बचेंगे रुपए पिंक एंड ड्रॉप में स्टेशन परिसर के गेट दोनों के तरफ लाइनिंग वाली रोड बनी हुई है, जिसमें अकसर वाहन मालिक कार, बाइक को खड़ा करके अपने परिजन, किसी रिश्तेदार या जानकार को छोड़ने स्टेशन में चले जाते हैं। जब वापस लौटते हैं तो बूम बैरियर 10 मिनट के बाद पार्किंग चार्ज की पर्ची थमा देते हैं। 30 से 60 मिनट के अंतराल तक 2 व 4 पहिया वाहन चालकों को 250 रुपए देने पड़ते है। इसलिए वाहन मालिक जब भी रेलवे स्टेशन कैंट पर जाएं तो अपने वाहन को स्टेशन परिसर में बनी पार्किंग के अंदर ही खड़ा करें। जहां आपकी कार यदि 2 घंटे भी खड़ी रहती है तब भी आपको 30 रुपए ही अदा करने होंगे। ऐसे में कार चालक को 220 रुपए का फायदा होगा। कैंट स्टेशन से 350 ट्रेनों की आवाजाही बता दें कि अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से रोजाना 350 से अधिक ट्रेनों की आवाजाही होती है। वहीं दूसरी ओर कैंट रेलवे स्टेशन पर लगभग 50 हजार से अधिक यात्रियों का फुटपाल है। इसी के हिसाब से रोजाना लगभग एक हजार से अधिक निजी वाहन चालकों की आवाजाही रहती है। इसके अलावा अन्य टैक्सी चालकों की आवाजाही रहती है। पिक एंड ड्रॉप के तहत यह रेट तय 0 से 10 मिनट के लिए नॉन कमर्शियल वाहन के लिए फ्री तो कमर्शियल के लिए 30 रुपए, 10 से 20 मिनट के लिए नॉन कमर्शियल वाहन के लिए 40 रुपए तो कमर्शियल के लिए 50 रुपए, 20 से 30 मिनट के लिए नॉन कमर्शियल वाहन के लिए 100 रुपए तो कमर्शियल के लिए 200 रुपए, 30 से 60 मिनट के लिए नॉन कमर्शियल वाहन के लिए 250 तो कमर्शियल के लिए 250 रुपए शुल्क शामिल है।

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