खरीदी गई ढाई करोड़ रुपए की लागत से नगर निगम के 20 वार्डों की निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करवाने के लिए मंगवाई गई सुपर सकर मशीन बरसाती सीजन में अंबाला को छोड़कर यमुनानगर की सड़कों पर दौड़ी और वहां की ब्लाकिंग खोलने में लगी रही। जबकि एक दिन पहले आई बरसात में अंबाला शहर पानी में डूबा रहा। इस मामले को लेकर सोमवार और मंगलवार को शहर की राजनीति गरमा गई। तरह-तरह की चर्चाएं भी सोशल मीडिया पर चलने लगी। मेयर सैलजा संदीप सचदेवा ने तो अफसरों को ही कटघरे में खड़ा कर कहा पंप ही नहीं चलाये गए, जब उन्होंने फोन किया तब अधिकारियों की आंख खुली और बाद में चलाए गए। प्रार्थना पर यमुनानगर भेजी गई इस मामले में अतिरिक्त निगम आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सुपर सकर मशीन अंबाला में ही चल रही थी। उसे अधिकारियों की प्रार्थना के बाद यमुनानगर भेजा गया था। बाकायदा इस पर जो भी खर्च आएगा यमुनानगर नगर निगम से उसे वहन भी किया जाएगा। दरअसल, नगर निगम अंबाला के पास एक ही सुपर सकर मशीन है। 30 जुलाई को हेडक्वार्टर में अधिकारियों की बैठक थी। इसी बैठक में यमुनानगर निगम आयुक्त की लिखित प्रार्थना पर इस मशीन को वहा भेजा गया था। क्योंकि उस समय अंबाला में बरसात भी नहीं हो रही थी और आने वाले एक-दो दिन तक बरसात की अधिक संभावनाएं भी नहीं थी। MLA ने अपने ब्यान में क्या कहा MLA ने अपने ब्यान में कहा है कि बरसात आई और अंबाला शहर के सुपर सफाई अभियान की हकीकत नालों में बह गई। जिन नालों पर भाजपा नेता व उनके प्रतिनिधि आज तक कैमरों के सामने उतरकर ‘सफाई’ के नाम पर फ़ोटो खिंचवाते नज़र आते थे वहां कीचड़ और गंदा पानी अब लोगों के घरों तक घुस चुका है। भाजपा के ट्रिपल इंजन की सरकार लाखों-करोड़ों रुपए सिर्फ दिखावे के लिए खर्च करके बड़े बड़े होर्डिंग्स लगवाकर शहर को साफ शहर बनाने की सुर्खियां बटोर रही है। उन्होंने आगे कहा कि चौंकाने वाली बात ये है कि अंबाला नगर निगम की करोड़ों की लागत से खरीदी गई सुपर सकर मशीन जो शहर के जल निकासी संकट में सबसे बड़ा हथियार हो सकती थी, पिछले एक सप्ताह से यमुनानगर में काम कर रही है। वह भी सार्वजनिक रूप से – यमुनानगर की मेयर खुद अपने बयानों में बता चुकी हैं कि “अंबाला से सुपर सकर मशीन मंगवाकर शहर की सफाई करवाई जा रही है।” AMC बोले- एक दूसरे के काम आना पड़ता है AMC दीपक सूरा ने कहा कि हम सभी को एक दूसरे के काम आना पड़ता है। हमारे यहां जब सीएम का तीज उत्सव कार्यक्रम था तो हमने थानेसर, पंचकुला व अन्य जिलों से भी मोबाइल टॉयलेट मंगवाए थे क्योंकि हमें जरूरत थी। अब जब दूसरे जिलों को हमारी जरूरत पड़ती है तो हमें भी साथ देना होता है।
उन्होंने आगे कहा कि मशीन के आने-जाने का जो भी डीजल लगेगा व इसके अलावा जो भी चार्ज नियमानुसार बनेंगे वह हम यमुनानगर निगम से वसूल करेंगे। उन्होंने बताया कि जो आरोप शहर विधायक द्वारा लगाए जा रहे हैं वे गलत हैं, सोमवार रात ही यमुनानगर से मशीन आ गई थी सेक्टर 10 व वार्ड नंबर 7 हरि पैलेस रोड पर चली है।
अंबाला डूबा, सुपर-सकर मशीन यमुनानगर में लगी रही:ढाई करोड़ की है कीमत, AMC बोले- एक दूसरे के काम आना पड़ता है
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