हरियाणा के अंबाला शहर के डीडीपीओ कार्यालय के ठीक पीछे वन स्टाप सेंटर बनाए जाने की प्लानिंग की गई। इसको लेकर एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन बीते तीन साल में भी यह सेंटर आधा ही बन पाया है। अभी इसे पूरा करने में और कितना समय लगेगा इस बारे में कुछ नहीं पता चल सका है। लेकिन, अधिकारी कह रहे हैं कि अगले वित्तीय वर्ष में इसे पूरा करा लिया जाएगा। अभी तक आधा अधूरा ढांचा खड़ा किया गया है, अनदेखी के चलते उसकी भी हालत बिगड़ने लगी है। 2022 में शुरू हुआ था निर्माण डीडीपीओ आफिस के पीछे 2022 में वन स्टाप सेंटर शुरू किया गया था। उस दौरान इसके लिए 18.85 लाख का बजट मिला था और प्रोजेक्ट को एक साल में किया जाना था। परंतु इसके बाद इसके लिए बजट नहीं जारी हो पाया। इससे यह प्रोजेक्ट लटक गया। इस भवन को 37.70 लाख रुपये से तैयार किया जाना था। दो मंजिला भवन के दो कमरों में आफिस और तीन कमरों में महिलाओं के रहने व बच्चों के खेलने की व्यवस्था की जाने प्लानिंग बनाई थी। प्रताड़ित महिलाओं को एक छत के नीचे रखना है प्लान वन स्टाप सेंटर बनाए जाने का उद्देश्य घरेलू हिंसा से प्रताड़ित महिलाओं को एक छत के नीचे रखना, कानूनी, चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक और अन्य सलाह देकर मदद करने की योजना है। वन स्टाप सेंटर का उद्देश्य हिंसा से प्रभावित महिलाओं की सहायता करना है। इनमें शारीरिक, यौन, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक व आर्थिक शोषण का सामना करने वाली महिलाएं शामिल हैं। हिंसा से प्रताड़ित महिलाएं अपने बच्चों (सभी उम्र की लड़कियों और आठ वर्ष तक के लड़कों) के साथ पांच दिन तक रह सकती हैं। किराये के भवन में चल रहा वन स्टाप सेंटर वन स्टाप सेंटर को अपना भवन मिलने को काफी समय गुजर गया है। जबकि इस समय सेंटर बादशाही बाग क्षेत्र में किराये के भवन में चल रहा है। जबकि शुरूआत से यह दुर्गा नगर के गणेश विहार में किराए की बिल्डिंग में चल रहा था, जिसे बादशाही बाग में शिफ्ट कर दिया गया था। इतना ही नहीं अभी यह स्थिति है कि इसमें पूरा स्टाफ तक नहीं है। जिस कारण महिलाओं के लिए रात को ठहरना संभव नहीं हो पाता।
अंबाला में अधूरा पड़ा वन स्टॉप सेंटर का काम:किराये की बिल्डिंग में चल रहा, 2022 में हुआ था शुरू; तीन साल हुए
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