अंबाला में हॉस्पिटल की ओपीडी के उद्घाटन पर बवाल:विधायक को नहीं बुलाया, रितेश ने किया उद्घाटन; वीरेश बोले यह कहां का संविधान

by Carbonmedia
()

हरियाणा के अंबाला में सिविल हॉस्पिटल की ओपीडी के उदघाटन पर अब कई सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों ने इसका विरोध दर्ज कराया है। तो कई ने इसको गलत बताया है। इसे प्रोटोकॉल और जनता के जनादेश का उल्लंघन बताया है। खुद शहर विधायक ने इसको लेकर विरोध किया है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में गैस्ट्रोलॉजी की ओपीडी की शुरुआत हुई थी। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा न तो शहर विधायक और न ही अंबाला सांसद को बुलाया गया। उनकी जगह पूर्व मंत्री असीम गोयल के भाई रितेश गोयल से उदघाटन करा लिया। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। यह कहां का संविधान है- शांडिल्य एंटी टेररिस्ट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इसको लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि यह कौनसा संविधान है जहां हारे हुए प्रत्याशी का भाई जाकर किसी चीज का उद्घाटन करता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी कड़ी फटकार लगाई है। उनका कहना है कि जब असीम के भाई रितेश पर की पद ही नहीं तो उसे आप कैसे बुला सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह भाजपा को समझना चाहिए कि यह आपके नाम को मिट्टी में मिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा और उनको कहूंगा कि यह जिलावासियों का अपमान पूर्व मंत्री असीम और उसके भाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर से लोगों ने निर्मल सिंह को विधायक बनाया है। तो किसी भी विभाग के उद्घाटन कार्यक्रम में अगर रितेश या असीम जाते हैं तो यह जनता के जनादेश का अपमान है। मुझे नहीं हुई जानकारी- निर्मल वहीं, इस मुद्दे पर खुद निर्मल सिंह ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। उनका कहना है कि पीएम मोदी तक प्रोटोकॉल का पालन करते हैं लेकिन, यह कुछ अधिकारी जो जनता के जनादेश को ठुकरा कर अपने पसन्द के व्यक्ति से उदघाटन कराते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है ऐसा कई बार हुआ है। अब जनता को भी यह देखना चाहिए कि आपके नेता को हर चीज से दूर किया जा रहा है।
निर्मल सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को अपने खास पूर्व मंत्री असीम को समझाना चाहिए कि किस तरह से प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। हॉस्पिटल स्टाफ में भी है चर्चा जानकारी के अनुसार, इस उदघाटन के कार्यक्रम में खुद हॉस्पिटल के एक वरिष्ठ स्टाफ को भी नहीं बुलाया गया। उन्होंने नाम उजागर न करने की शर्त पर दैनिक भास्कर से बात की है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न जाने कब और कैसे गुपचुप तरीके से कराया गया है। इस कार्यक्रम में न तो हॉस्पिटल के किसी स्टाफ को बताया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सिटिंग एमएलए को नहीं बुलाया यह बहुत गलत है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment