हरियाणा के अंबाला को मार्च में नई मेयर मिली थी। जिसके बाद से ही अंबाला में मेयर और भाजपा अलग-अलग खेमों में बंटी दिख रही है। जिसको लेकर दैनिक भास्कर ने अंबाला मेयर शैलजा सचदेवा से बात की है। मेयर शैलजा सचदेवा का कहना है कि वो खुद और भाजपा के अन्य नेता सभी एक ही पार्टी के सिपाही हैं और सभी साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अंबाला की जनता के लिए रोजाना नए प्रयास किए जा रहे हैं। यहां सवाल जवाब में पढ़िए मेयर से बातचीत… सवाल : क्या वजह रही कि चुनाव प्रचार में असीम गोयल आपके साथ दिखे, उसके बाद नहीं… जवाब : भाजपा एक संगठन से जुड़ी हुई विचारधारा से जुड़ी हुई पार्टी है मेरे बड़े भाई असीम गोयल जी वे मेरे बड़े भाई हैं और मैं उनकी बहन हूं। हम दोनों एक ही पार्टी के कार्यकर्ता हैं। वे पूर्व में विधायक भी रहे हैं दो बार राज्य मंत्री भी रहे हैं। तो ये उनका व्यक्तिगत कुछ मामला हो सकता है, लेकिन, हम दोनों एक ही विचारधारा से एक ही संगठन से जुड़े हुए लोग हैं। हमारा आपस में कोई मतभेद नहीं है और फिर भी यदि कोई ऐसा प्रश्न है तो ये उनसे पूछिये तो ज्यादा बेहतर रहेगा। सवाल : नगर निगम के अफसर किसके इशारे पर आपके आदेश नहीं मान रहे… जवाब : अंबाला के अफसरों का एक छिपा हुआ एजेंडा है। जिसके तहत वे भाजपा की जो सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। नायब सैनी की सरकार को बदनाम करने का उनका प्रयास है। उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, हम उनको उनके इस मकसद में कभी सफल नहीं होने देंगे। सवाल : लोग दावा करते हैं कि मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा को फोटो खिंचाने का शौक है… जवाब : मनोनीत पार्षद और मेरे पति संदीप सचदेवा आज से नहीं पिछले 40 साल से भाजपा की सेवा कर रहे हैं, उनमें जो सेवा भाव है वो अतुलनीय है। वो समाज देवा में भाजपा के कार्यकर्ता और अंबाला का नागरिक होने के नाते समाज सेवा के लिए काम करते है और वो वही काम करते हैं जो अंबाला को सेवा पहुंचाने वाला होता है। इसलिए कभी वो नाले में उतरते हैं तो कभी धरना देते हैं। जहां तक उनसे बन पड़ता है वो अंबाला की सेवा के लिए वो करते हैं। जहां तक सवाल फोटो खिंचाने का है तो वो फोटो नहीं खिंचाते उनकी फोटो खींची जाती है। कार्य करने वालों की फोटो खींची जाती है, जो लोग ऐसा प्रचार कर रहे हैं वो भी सड़क पर आकार काम करें उनको किसने रोका है। सवाल : क्या मानती हैं कि शहर में समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा? खासकर सफाई और जल निकासी को लेकर… जवाब : ये तो अंबाला की जनता ही आपको ही बताएगी। लेकिन, हम इतना संतुष्ट है कि हमने जो चुनाव से पहले ये वादा किया था कि हम किसी के घरों में बरसाती पानी नहीं भरने देंगे। उस वादे पर हम खरे उतरे हैं। जितना भी जलभराव सड़कों पर हुआ है, वो अधिकारियों कि नाकामी है। हमने उनसे पहले ही कहा था कि महावीर जैन पार्क के तालाब का पानी कम किया जाए। अगर वो हो जाता तो ये पानी उस तालाब में ही मिलता जो अंबाला की सड़कों पर मिला है। सवाल : क्या अफसरों की सीएम से शिकायत की है? जवाब : जी हां, हमने अधिकारियों की शिकायत सीएम नायब सैनी से की है और हमें पूरी उम्मीद है कि वे हमारी इस शिकायत का जल्द ही संज्ञान लेंगे। हमने उस शिकायत में अधिकारियों की बदनीयत के बारे में उनको अवगत कराया है। वो इस मामले में कब कहाँ और कैसे एक्शन लेंगे ये कुछ समय में पता चल जाएगा। अंबाला मेयर की पूरी कंट्रोवर्सी जानें… 4 महीने बाद मिला कार्यालय अंबाला में मेयर उप-चुनाव के नतीजे आने के 4 महीने बाद मेयर को उनका अपना ऑफिस मिल सका। इससे पहले वे अपने काम काज को एक पार्क से ही चला रहीं थी। यह पार्क नगर निगम के ऑफिस के सामने ही था। वहीं, बैठकर मेयर लोगों की समस्याएं भी सुन रहीं थीं। साथ ही अन्य कार्यों को भी कर रहीं थीं। इसी बीच मेयर शैलजा सचदेवा ने एक बयान देते हुए कहा था कि जहां तक ऑफिस का सवाल है तो ऑफिस हो या न हो उससे हमारे काम पर कोई फर्क नहीं आ रहा। उन्होंने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऑफिस तब ही शुरू होगा, जब यहां के अधिकारी उचित समझेंगे। उन्होंने इसको दलगत राजनीति भी कहा था। उद्घाटन में भाजपाई नहीं पहुंचे अंबाला नगर निगम की मेयर शैलजा सचदेवा के कार्यालय के उद्घाटन समारोह में भाजपा के मौजूदा एमसी भी नहीं पहुंचे थे। साथ ही भाजपा के कई बड़े नेताओं ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली थी। हालांकि अनिल विज सुबह सम्मलित नहीं हुए तो शाम को वे मेयर को बधाई देने उनके निवास स्थान पर पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में नगर निगम अंबाला शहर के 2 एमसी के अलावा अन्य एमसी नहीं पहुंचे थे। जिसके बाद यह मामला अंबाला शहर में चर्चा का विषय बना था। इस कार्यक्रम में हालांकि सभी को बुलावा दिया गया था, लेकिन कार्यक्रम में नहीं पहुंचने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी थी। पूर्व मंत्री के नहीं पहुंचने पर भी रहीं थी चर्चाएं वहीं, इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री असीम गोयल के न पहुंचने पर भी तरह तरह की चर्चाएं हुई थी। चूंकि जब चुनाव प्रचार हुआ था उस दौरान असीम गोयल ने एक-एक दिन मेयर शैलजा सचदेवा के साथ जाकर प्रचार शुरू कराया था। लेकिन, जब वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तो लोग चर्चा करने लगे थे।
अंबाला मेयर बोलीं- मैं और असीम भाई-बहन:कहा- अधिकारी कर रहे अपनी मनमर्जी, भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार को बदनाम कर रहे
1
previous post