अखिलेश यादव के यहां पूजा कराने वाले ब्राह्मणों के सामाजिक बहिष्कार का ऐलान, जानें पूरा मामला

by Carbonmedia
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Azamgarh News: आजमगढ़ में संयुक्त ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में शनिवार को बड़ा गणेश मंदिर प्रांगण में एक आपात बैठक आयोजित की गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह प्रवेश में पूजा-पाठ करने वाले पांच ब्राह्मणों को समाज से बहिष्कृत किया जाएगा. महासभा ने इन कर्मकांडी ब्राह्मणों के व्यवहार को ब्राह्मण समाज के लिए कलंक बताते हुए कठोर शब्दों में निंदा की है.
महासभा की ओर से  स्पष्ट रूप से कहा गया कि इन पांचों ब्राह्मणों का समाज से पूर्ण रूप से सामाजिक बहिष्कार हो. कोई भी कर्मकांडी ब्राह्मण इन व्यक्तियों को अपने धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल न करें. समस्त सनातन समाज इनसे किसी भी प्रकार का पूजा-पाठ अथवा धार्मिक कर्मकांड न कराए. 
महासभा की बैठक में कहा कि ब्राह्मण समाज की गरिमा, आस्था और मूल्यों के खिलाफ जाकर निजी लाभ के लिए काम करने वाले ऐसे लोगों को चेतावनी देना आवश्यक है. इस निर्णय का उद्देश्य सनातन धर्म की मर्यादा और ब्राह्मणिक परंपराओं की गरिमा को बनाए रखना है. 
‘अखिलेश यादव ने ब्राह्मणों को किया अपमानित’इस बैठक में हिस्सा लेने वाले गोविंद दुबे ने कहा कि जिस तरह से अखिलेश यादव द्वारा ब्राह्मणों को अपमानित किया गया उनके इस कृत्य  के चलते  उनके गृह प्रवेश में कश्मीर मथुरा के ब्राह्मणों ने आने से मन कर दिया इसके बाद भी कथित कर्मकांडी ब्राह्मण ने बिना मुहूर्त समय के गृह प्रवेश कराया जो नींद नहीं है ब्राह्मण समाज इसकी घोर निंदा करता है और समाजशा अपील करता है कि इन ब्राह्मणों का बहिष्कार किया जाए
इस आपात बैठक में शामिल विवेकानंद धाम के संस्थापक राजेश पाराशर ने कहा कि अखिलेश यादव ने जिस तरह से ब्राह्मणों को अपमानित करने का काम किया. उसके बाद भी आजमगढ़ के कुछ ब्राह्मणों ने उनके गृह प्रवेश में कर्मकांड को अंजाम दिया, वह निंदनीय है. ऐसे ब्राह्मणों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना जरूरी है.
‘ब्राह्मणों को बदनाम करने की साजिश रची गई’बैठक में शामिल शर्मानंद पांडे ने कहा कि जिस तरीके से इटावा में ब्राह्मणों को बदनाम करने की साजिश रची गई. उसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले को हवा दी यह भी निंदनीय है. इसके बाद समाज में ब्राह्मणों को काफी अपमानित किया गया, इस तरह से ब्राह्मणों को अपमानित किए जाने के बाद भी 3 जुलाई को आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के गृह प्रवेश में आजमगढ़ जिले व अन्य जिले के कुछ ब्राह्मण ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कर्मकांड कराया. उनके इस कृत्य से ब्राह्मण समाज बहुत ज्यादा अपमानित हुआ है. अखिलेश यादव के गृह प्रवेश के समय कर्मकांड करने के लिए उपस्थित ब्राह्मणों का सामाजिक बहिष्कार का निर्णय लिया गया है.
अखिलेश यादव के यहां पूजा कराने वाले पंडित ने क्या कहा?अखिलेश यादव की गृह प्रवेश के दौरान आयोजित पूजा कार्यक्रम में सम्मिलित आजमगढ़ गोपालगंज के रहने वाले ब्राह्मण श्याम घर चौबे कहा कि आज ब्राह्मण समाज का बड़ा हिस्सा अखिलेश यादव के साथ है, जो कुछ ब्राह्मण किसी दल विशेष से जुड़े हुए हैं. वही लोग पूजा कराने वाले ब्राह्मणों के बहिष्कार की बात कर रहे हैं.

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