पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक व पंजाबी सिंगर-मॉडल अनमोल गगन मान ने अचानक इस्तीफा दे दिया। हालांकि पार्टी के समझाने पर इसे 24 घंटे के भीतर ही वापस भी ले लिया। इससे पंजाब की राजनीति में एंट्री लेने वाले कलाकार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। राज्य में पिछले 10 से 20 वर्षों में कई बड़े कलाकारों ने राजनीति में एंट्री ली। इनमें से कई सत्ता के टॉप तक पहुंचे। जिसमें सबसे बड़ा नाम पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का है। इसके अलावा कई ऐसे कलाकार रहे, जो कामयाब नहीं हो पाए और अपनी पुरानी जिंदगी में लौट गए। इनमें सबसे बड़ा नाम पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का रहा, जो चुनाव हार गए थे, हालांकि इसके बाद उनकी हत्या हो चुकी है। पंजाब की पॉलिटिक्स में कामयाब और नाकामयाब रहे कलाकारों के बारे में पढ़िए एक्सक्लूसिव रिपोर्ट… ये 4 बड़े चेहरे, जो कामयाब हुए 1. भगवंत मान: कॉमेडियन से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे
पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत मान एक मशहूर कॉमेडियन रहे हैं। उन्होंने 2011 में पंजाब पीपुल्स पार्टी (PPP) से राजनीति में कदम रखा। 2014 में वह आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए और उसी साल संगरूर से सांसद बने। 2019 में दोबारा सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचे। 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP को भारी बहुमत मिला और भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया। उन्होंने 16 मार्च 2022 को पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 2. विनोद खन्ना: 4 बार सांसद रहे
बॉलीवुड एक्टर रहे विनोद खन्ना राजनीति में भी कामयाब रहे। वे भाजपा की टिकट पर पंजाब के गुरदासपुर 1998, 1999, 2004 और 2014 में सांसद बने। अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री वाली सरकार में उन्होंने विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री और परिवहन मंत्रालय में राज्य मंत्री जैसे पद संभाले। लंबी बीमारी के बाद 27 अप्रैल 2017 को मुंबई में उनका निधन हो गया 3. मोहम्मद सदीक: विधायक व सांसद रहे
मोहम्मद सदीक एक प्रसिद्ध पंजाबी गायक और अभिनेता हैं। उन्होंने कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की। 2012 में भुलत्थ विधानसभा सीट से विधायक चुने गए और 2019 के लोकसभा चुनाव में फरीदकोट से सांसद बने। संगीत और सिनेमा के बाद उन्होंने राजनीति में भी सफलता हासिल की। अभी भी वे राजनीतिक रूप से कांग्रेस में एक्टिव हैं। 4. किरण खेर: 2 बार लगातार सांसद बनीं
किरण खेर ने भाजपा से पॉलिटिक्स में एंट्री की। साल 2009 में भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने 2014 और 2019 में चंडीगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीता। यहां से वह लगातार 2 बार सांसद रहीं। लगातार 2 बार सांसद रहने के बावजूद 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से उन्हें टिकट नहीं मिला। अब वे बॉलीवुड में एक्टिव हैं। इन 8 चेहरों को सियासत रास नहीं आई… 1. गुरप्रीत घुग्गी: पहला ही चुनाव हारे, फिल्म इंडस्ट्री में लौटे
पंजाबी एक्टर और हास्य कलाकार गुरप्रीत सिंह घुग्गी फरवरी 2016 में AAP में शामिल हुए थे। इसके बाद 4 सितंबर 2016 से 8 मई 2017 तक वह AAP के पंजाब संयोजक भी रहे। 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान बटाला से चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव हार गए। इस दौरान जैसे ही भगवंत मान को पंजाब AAP का प्रधान बनाया गया, तो घुग्गी ने पार्टी छोड़ दी। इसके बाद घुग्गी अब पूरी तरह से फिल्म इंडस्ट्री में ही व्यस्त हो गए। 2. केएस मक्खन: 2 पार्टियां भी बदली, नहीं मिली कामयाबी
पंजाबी सिंगर व गीतकार केएस मक्खन मूल रूप से जालंधर के रहने वाले हैं, अब विदेश में रहते हैं। उन्होंने पंजाबी इंडस्ट्री में कई हिट गाने दिए। 2014 में उन्होंने भी राजनीति में एंट्री की। वह बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए। 2014 के लोकसभा चुनाव में श्री आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। वह 69,124 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। 2016 में मक्खन शिरोमणि अकाली दल पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि इसके बाद इनका राजनीति से मोहभंग हो गया और यह सीधे वापस ब्रिटिश कोलंबिया सरे चले गए। 3. गुल पनाग: चुनाव हारीं तो फिल्म लाइन में लौटीं
गुलकीरत कौर पनाग का परिवार मूल रूप से फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला है। हालांकि उनका जन्म चंडीगढ़ में हुआ। बॉलीवुड अभिनेत्री और मॉडल हैं। 1999 में उन्होंने फेमिना मिस इंडिया यूनिवर्स का ताज जीता। हालांकि उन्होंने भी एक बार राजनीति में एंट्री की। वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुईं। पार्टी ने उन्हें 2014 में चंडीगढ़ से लोकसभा की टिकट दी। लेकिन वह चुनाव हार गईं और वापस फिल्म लाइन में चली गईं। 4. जस्सी जसराज: 2 बार चुनाव हारे, राजनीति से तौबा की
जस्सी जसराज पंजाबी गायक और अभिनेता हैं। उन्होंने 2014 में AAP से राजनीतिक सफर शुरू किया, जब उन्हें बठिंडा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन वह हार गए। इसके बाद अप्रैल 2016 को उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। उसके बाद जस्सी ने पंजाब लोकतांत्रिक गठबंधन (PDA) और लोक इंसाफ पार्टी (LIP) के साथ मिलकर 2019 के लोकसभा चुनाव में संगरूर से टिकट लिया, लेकिन फिर से वह हार गए। तब उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली। 5. सिद्धू मूसेवाला: चुनाव हारे, गाने से दिया जवाब, फिर हत्या हुई
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस जॉइन कर राजनीति में एंट्री ली। साल 2022 में उन्होंने मानसा से चुनाव लड़ा था। उनकी फैन फॉलोइंग करोड़ों में थी लेकिन चुनाव में उन्हें 37 हजार वोट मिले और वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से करीब 63 हजार वोटों से चुनाव हार गए। चुनाव में हार के बाद वह फिर म्यूजिक इंडस्ट्री में एक्टिव हुए और गाने के जरिए ही हार को लेकर जवाब दिया। हालांकि मई 2022 में ही उनकी हत्या कर दी गई। 6. हंसराज हंस: 3 पार्टियां बदली, एक बार सांसद बने
पद्मश्री सम्मानित हंसराज हंस ने भी राजनीति में एंट्री की है। एक के बाद एक तीन पार्टियां बदलीं, एक बार सांसद भी बने। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर जनवरी 2009 में शिरोमणि अकाली दल में शामिल होकर शुरू किया। उसी वर्ष मई में जालंधर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। इसके बाद उन्होंने 18 दिसंबर 2014 को शिरोमणि अकाली दल छोड़ दिया। फरवरी 2016 में कांग्रेस में शामिल हुए और दिसंबर 2016 में भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बन गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में वे उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए। जबकि 2024 के आम चुनाव में उन्होंने फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन 5वें स्थान पर रहे। इसके बाद से वह राजनीतिक तौर पर साइलेंट चल रहे हैं। 7. सनी देओल: चुनाव जीते लेकिन एक्टिव नहीं रहे
बॉलीवुड एक्टर सनी देओल ने अप्रैल 2019 में BJP के जरिए पॉलिटिक्स में आए। भाजपा ने उन्हें पंजाब की गुरदासपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाया। वह 82 हजार वोटों से जीतकर सांसद चुने गए। हालांकि सांसद बनने के बाद, सनी देओल पर अपने क्षेत्र में सक्रिय न रहने को लेकर कई बार सवाल उठे। धीरे-धीरे उन्होंने राजनीति से दूरी बनानी शुरू कर दी। सांसद रहते ही उन्होंने सियासत से किनारा कर लिया और एक्टिव नहीं रहे। फिर 2024 का चुनाव नहीं लड़ा। अब वे बॉलीवुड में ही बिजी हैं। 8. हॉबी धालीवाल: टिकट नहीं मिला तो किनारे हो गए
पंजाबी अभिनेता हॉबी धालीवाल (कमलदीप सिंह धालीवाल) ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 7 फरवरी 2022 को भाजपा से की। उन्होंने हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा पंजाब प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की थी। वह लुधियाना में उपचुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन टिकट नहीं मिला। फिलहाल वह राजनीति से ज्यादा पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। ————————- ये खबर भी पढ़ें :- पंजाब में AAP की महिला MLA का इस्तीफा नामंजूर:पार्टी प्रधान ने घर जाकर मनाया; मॉडलिंग-सिंगिंग के लिए पढ़ाई तक छोड़ दी थी पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने खरड़ से महिला MLA अनमोल गगन मान का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। उनके इस्तीफे और राजनीति छोड़ने के ऐलान के 24 घंटे के भीतर पार्टी के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा मान के घर पहुंचे। इसके बाद अरोड़ा ने कहा- मान से पारिवारिक माहौल में मुलाकात हुई। पार्टी ने विधायक पद से उनका इस्तीफा नामंजूर करने का फैसला किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। पढ़ें पूरी खबर…
अनमोल के बहाने पंजाबी एक्टर-सिंगरों की सियासत सुर्खियों में:CM बने भगवंत मान समेत 4 हिट रहे; 8 फ्लॉप होकर फिल्मी दुनिया में लौटे
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