हरियाणा के रेवाड़ी में भीषण सड़क हादसे का शिकार बने दिल्ली की दपंती का अनाथ बेटा अपने परिवार को मुखाग्नि भी नहीं दे पाया। परिवार के लोगों ने तीनों मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया है, अमित के भाई सुमिन ने सभी को मुखाग्नि दी। हादसे के बाद से दपंती का 12 वर्षीय बेटा अंगद लापता है। 24 घंटे के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा है। दिल्ली के रघुबीरनगर निवासी अमित अपनी पत्नी राखी व बेटे युवक के साथ स्कूटी पर रेवाड़ी से दिल्ली जा रहे थे। आसलवास के पास दूसरी तरफ से आ रहा ओवर स्पीड ट्राला डिवाइडर कूदकर उनकी तरफ आ गया। ट्राले ने स्कूटी सवारों को बुरी तरह से कुचल दिया। जिसके चलते तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्राला ड्राइवर मौके से भाग गया। परिवार ने किया खुलासा मृतक अमित के भाई सुमित को जब रेवाड़ी पुलिस ने बुलाया तो खुलासा हुआ कि दपंती का एक और बेटा है, जो हादसे के समय शायद इनके साथ था। हादसे के बाद से वो दिल्ली घर पर भी नहीं है और ना ही उसे घटनास्थल से बरामद किया गया। सुमित ने शक जताया कहीं उसके जिंदा बचने पर ट्रक चालक उसे कहीं अस्पताल तो नहीं ले गया। हाईवे के CCTV खंगाल रही पुलिस रेवाड़ी पुलिस हाईवे के आसपास बने होटल व पेट्रोल पंप के CCTV खंगालने में जुटी हुई है। पुलिस पहले इस तथ्य को कन्फर्म कर रही है कि क्या वो घटना के समय इनके साथ मौजूद था या फिर दिल्ली स्थित मकान से ही लापता हुआ है। 24 घंटे के बाद भी पुलिस इस पहेली काे सुलझा नहीं पाई है। उधर मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। टायफाइड का झाड़ा लगवाने आया दिल्ली निवासी सुमित ने बताया कि उसकी भाई के साथ ज्यादा बोलचाल नहीं थी लेकिन अमित ने मां को बताया था कि वो रेवाड़ी झाड़ा लगवाने जाएगा। हादसे का शिकार बने बच्चे युवक को टायफाइड की शिकायत चल रही थी। शायद उसी के चलते वे रेवाड़ी आए थे। अब वे रेवाड़ी शहर में आए थे या फिर रेवाड़ी जिले के किसी गांव में गए थे, इसका खुलासा पुलिस व परिवार अभी तक नहीं कर सके हैं। 7 माह की गर्भवती थी महिला दर्दनाक हादसे का शिकार बने दिल्ली के रघुबीरनगर निवासी अमित की पत्नी राखी 7 माह की गर्भवती थी। वहीं 7 साल का ही बेटे ने भी उनके साथ ही दर्दनाक हादसे में मौके पर उनके साथ दम तोड़ दिया। वहीं दंपती का एकमात्र वारिस हादसे के बाद से लापता चल रहा है। जिसके चले परिवार के बाकी सदस्य खुद को संभाल नहीं हो पा रहे हैं। मृतक के 2 भाई
मृतक अमित के भाई सुमित ने बताया कि वे तीन भाई थे। जिसमें अमित की मौत हो गई। वहीं सुमित खुद क्रिकेट की कोचिंग देते हैं। वहीं तीसरे भाई जोमेटो कंपनी में जॉब करते हैं। दिल्ली के रघुबीरनगर निवासी अमित के 2 बच्चे थे। जिसमें एक की मौत हो गई।
अनाथ बेटा नहीं दे पाया माता-पिता व भाई को मुखाग्नि:रेवाड़ी में हुआ दिल्ली के परिवार का एक्सीडेंट, हादसे के बाद से लापता है 12 वर्षीय अंगद
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