फाजिल्का के अबोहर में सीडफार्म पुलिस चौकी के बाहर स्थानीय ग्रामीणों ने हंगामा किया और धरना दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर नशा तस्करों से रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ने का आरोप लगाया है। मंगलवार रात करीब 10 बजे सीडफार्म क्षेत्र की 5-6 पंचायतों के सरपंचों और पंचों ने चौकी के बाहर धरना दिया। धरने में शामिल ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांवों में खुलेआम नशा तस्करी हो रही है। पिछले 3-4 दिनों में उन्होंने कई नशेड़ियों को पुलिस के हवाले किया, लेकिन ग्रामीणों के अपने घर पहुंचने से पहले ही नशा तस्कर रिहा होकर अपने घर पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, नशेड़ी खुद बताते हैं कि वे पुलिस कर्मचारियों को 10 से 20 हजार रुपए की रिश्वत देकर छूट जाते हैं। धरने पर बैठे ग्रामीणों का आरोप है कि उनके गांवों में रोजाना लगभग 2 लाख रुपए का चिट्टा और नशीले कैप्सूल बिकता है। ग्रामीणें का आरोप- पुलिस कर्मी रहते हैं नशे में धुत ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस अधिकारी उन्हें नशा तस्करों की सूचना देने को कहते हैं, लेकिन जब वे तस्करों को पकड़वाते हैं, तो पुलिस कर्मचारी रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ देते हैं। साथ ही उनका आरोप है कि चौकी के पुलिस कर्मचारी खुद रात को नशे में रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कल रात चौकी के कर्मचारी भी टेबल पर दारु रखकर पी रहे थे और नशे में धुत थे जिस पर उन्होंने इसकी सूचना सिटी वन, डीएसपी, एसएसपी व पुलिस कंट्रोल रुम पर भी दी। इसके बाद दो तीन पुलिस कर्मचारी आए, लेकिन वे भी चौकी के बाहर कुर्सी डालकर बैठ गए। उन्होंनें भी अंदर जाकर नशा करने वाले पुलिस कर्मचारी की जांच नहीं करवाई। उन्होंने पुलिस कर्मचारियों पर कथित आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस और नशा तस्कर आपस में मिले हुए हैं। मामले की जांच कर कराएंगे कार्रवाई: थाना प्रभारी इस बारे में सिटी वन के प्रभारी मनिंदर सिंह से इस बारे में बात करने पर उन्होंने बताया कि किसी नशा तस्कर को छुड़ाने को लेकर गांव के सरपंच व पंच आमने सामने हुए थे जिसके चलते उन्होंंने चौकी के सामने धरना लगाया और रात को अपने आप ही धरना उठा दिया। इसके अलावा उन्होंनें पुलिस चौकी कर्मचारी पर जो नशा करने के आरोप लगाए हैं उसकी वे जांच करवाएंगें।
अबोहर में पुलिस चौकी के बाहर ग्रामीणों का हंगामा:पंच और सरपंचों ने दिया धरना, बोले- रिश्वत लेकर नशा तस्करों को छोड़ा
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